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Gold Rate Today: सस्ते भाव पर खरीदारी से गोल्ड में लौटी तेजी, क्या आपको निवेश करना चाहिए?

इंडिया में कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में गोल्ड में तेजी देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में गोल्ड फ्यूचर्स 117 रुपये यानी 0.12 फीसदी की तेजी के साथ 95,260 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड में 27 मई को 1 फीसदी की गिरावट आई थी

अपडेटेड May 28, 2025 पर 10:02 AM
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 0.3 फीसदी चढ़कर 3,308.00 डॉलर प्रति औंस था।

गोल्ड की कीमतों में 28 मई को तेजी लौट आई। इसकी वजह गोल्ड में अच्छी खरीदारी रही। कीमतों में गिरावट से निवेशकों ने गोल्ड में निवेश किया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 0.3 फीसदी चढ़कर 3,308.00 डॉलर प्रति औंस था। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 0.2 फीसदी की तेजी के साथ 3,308 डॉलर प्रति औंस चल रहा था। इधर, इंडिया में कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में भी गोल्ड में तेजी देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में गोल्ड फ्यूचर्स 117 रुपये यानी 0.12 फीसदी की तेजी के साथ 95,260 रुपये प्रति 10 ग्राम चल रहा था।

सस्ते भाव पर खरीदारी से कीमतें बढ़ीं

Gold में 27 मई को 1 फीसदी की गिरावट आई थी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड में तेजी लौटी है, लेकिन फिलहाल उतारचढ़ाव जारी रह सकता है। केसीएम ट्रेड के चीफ मार्केट एनालिस्ट टिम वाटरर ने कहा कि गोल्ड के 3,300 डॉलर के नीचे जाने पर उसमें खरीदारी देखने को मिली। लेकिन, गोल्ड को लेकर सेंटिमेंट पॉजिटिव है। उन्होंने कहा, "अमेरिका और ईयू के बीच टैरिफ को लेकर टेंशन घटने से गोल्ड में तेजी पर थोड़ा ब्रेक लगा है। लेकिन, अगर गोल्ड में 3,250-3,280 डॉलर प्रति औंस पर सपोर्ट बना रहता है तो इसमें नई तेजी दिख सकती है। इस तेजी से गोल्ड 3,400 डॉलर प्रति औंस की तरफ बढ़ सकता है।"


फिलहाल उतारचढ़ाव जारी रहने की उम्मीद

कमोडिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि जियोपॉलिटिकल टेंशन बना हुआ है। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। जब तक यूरोपीय यूनियन, चीन, इंडिया जैसे देशों के साथ टैरिफ के मसले का स्थायी समाधान नहीं निकल जाता, सोने की चमक बढ़ती रहेगी। 2025 गोल्ड के लिए अब तक शानदार रहा है। 2025 में भी गोल्ड का रिटर्न 2024 की तरह दमदार रह सकता है।

आपको क्या करना चाहिए?

इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स का कहना है कि इनवेस्टर्स को गोल्ड में शॉर्ट टर्म में होने वाले उतारचढ़ाव पर ध्यान नहीं देना चाहिए। उन्हें लंबी अवधि के लिहाज से गोल्ड में थोड़ा निवेश करना चाहिए। इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी 10-15 फीसदी हो सकती है।

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गोल्ड में निवेश के ये हैं विकल्प

अगर किसी इनवेस्टर के इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी कम है तो वह गोल्ड में गिरावट के मौके का इस्तेमाल खरीदारी के लिए कर सकता है। आज गोल्ड ज्वैलरी के साथ ही गोल्ड में निवेश के कई दूसरे विकल्प भी हैं। इनमें गोल्ड ईटीएफ और म्यूचुअल फंड्स की गोल्ड स्कीम काफी अट्रैक्टिव हैं। इनमें सिप से भी निवेश किया जा सकता है।

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