गोल्ड में 21 अक्टूबर को बड़ी गिरावट दिखी। डॉलर में मजबूती और सोने की ऊंची कीमतों पर मुनाफावसूली का असर इसकी कीमतों पर पड़ा। बीते कई हफ्तों से गोल्ड में जबर्दस्त तेजी जारी थी। इससे इसकी 4,381.52 डॉलर प्रति औंस की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थी। एक्सपर्ट्स ने गोल्ड में मुनाफावसूली का अनुमान जताया था।
इस साल 60 फीसदी चढ़ा था गोल्ड
21 अक्टूबर को Spot Gold 225 डॉलर यानी 5.18 फीसदी गिरकर 4,125 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। इस साल गोल्ड करीब 60 फीसदी चढ़ा था। इसमें जियोपॉलिटिकल टेंशन और ग्लोबल इकोनॉमी में अनिश्चितता का हाथ था। अमेरिका में इंटरेस्ट रेट में कमी के अनुमान से भी गोल्ड को सपोर्ट मिला था। इंडिपेंडेंट मेटल्स ट्रेडर ताई वोंग ने कहा, "गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच जाने के बाद शॉर्ट टर्म में इसमें मुनाफावसूली का मौका बना था।"
इनवेस्टर्स की नजरें यूएस इनफ्लेशन डेटा पर
इनवेस्टर्स की नजरें अमेरिका में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर लगी हैं। इस हफ्ते के आखिर में यह डेटा आएगा। सितंबर में अमेरिका में रिटेल इनफ्लेशन 3.1 फीसदी बढ़ने का अनुमान है। अगर ऐसा होता है तो अमेरिका में इंटरेस्ट रेट घटने का अनुमान बढ़ जाएगा। फेडरल रिजर्व अगले हफ्ते अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में इंटरेस्ट रेट में 25 बेसिस प्वाइंट्स की कमी कर सकता है। इससे गोल्ड की कीमतों को सपोर्ट मिलेगा। इंटरेस्ट रेट में कमी की साइकिल में गोल्ड की चमक बढ़ती है।
गोल्ड में ज्यादा गिरावट का अनुमान नहीं
हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड की कीमतों में ज्यादा गिरावट की उम्मीद नहीं है। इसकी वजह यह है कि कई इनवेस्टर्स बीते हफ्तों में गोल्ड में जारी तेजी का फायदा उठाने से चूक गए हैं। गोल्ड में गिरावट के मौके का इस्तेमाल वे खरीदारी के लिए कर सकते हैं। इसके अलावा फेडरल रिजर्व दिसंबर में भी इंटरेस्ट रेट में 25 फीसदी की कमी कर सकता है। इससे गोल्ड को सपोर्ट मिलेगा।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि आपके इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड होना जरूरी है। पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी 10-15 फीसदी तक हो सकती है। अगर आपका निवेश गोल्ड में इससे कम है तो गोल्ड में गिरावट के मौके का इस्तेमाल खरीदारी के लिए कर सकते हैं। गोल्ड में गिरावट जारी रहने पर आप गोल्ड ईटीएफ में एकमुश्त निवेश भी कर सकते हैं। जो इनवेस्टर्स एकमुश्त निवेश नहीं कर सकते, उनके लिए सिप से निवेश करने का विकल्प खुला है। गोल्ड में गिरावट के दौर में सिप से निवेश करना फायदेमंद रहेगा। इससे आपको कॉस्ट एवरेज बेनेफिट का फायदा होगा।