Gold Price Today: शेयर बाजार के बुरे दौर में भी गोल्ड प्राइस गिरा, क्या पैसा लगाने का सही वक्त है!

गोल्ड फ्यूचर्स में 5 अगस्त को हल्की नरमी दिखी। कमोडिटी एक्सचेंज में एमसीएक्स पर गोल्ड फ्यूचर्स में करीब 0.25 फीसदी की नरमी दिखी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आगे गोल्ड में तेजी देखने को मिल सकती है। अमेरिका में इंटरेस्ट घटने पर गोल्ड की चमक बढ़ सकती है

अपडेटेड Aug 05, 2024 पर 5:06 PM
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इंटरेस्ट रेट घटने पर गोल्ड में निवेश करना आसान हो जाता है। इससे गोल्ड की मांग बढ़ जाती है।

गोल्ड फ्यूचर्स में 5 अगस्त को हल्की कमजोरी दिखी। कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स पर गोल्ड फ्यूचर्स दिन में 3:27 बजे 173 रुपये यानी 0.25 फीसदी की कमजोरी के साथ 70,082 रुपये प्रति 10 ग्राम था। उधर, अमेरिका में स्पॉट गोल्ड में शुरुआत में 1 फीसदी की गिरावट के बाद स्थिरता देखने को मिली। यह 2,443.44 डॉलर प्रति औंस था। यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 0.7 फीसदी चढ़कर 2,485 डॉलर प्रति औंस था। अमेरिका सहित दुनियाभर के शेयर बाजारों में मुनाफावसूली दिखी है। 5 अगस्त को इंडिया सहित प्रमुख एशियाई बाजारों में बड़ी गिरावट आई। इससे अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट में जल्द कटौती की उम्मीद बढ़ी है। इंटरेस्ट रेट में कमी का असर गोल्ड पर पड़ेगा।

गोल्ड में दिख सकती है तेजी

केसीएम ट्रेड में चीफ मार्केट एनालिस्ट टिम वाटरर ने कहा कि प्रॉफिट बुकिंग हो रही है। ट्रेडर्स की नजरें इस बात पर लगी है कि इंटेरस्ट रेट में कमी को लेकर फेडरल रिजर्व का रुख कितना आक्रामक रहता है। अमेरिकी मॉनेटरी पॉलिसी नरम होने पर गोल्ड (Gold) की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है। अमेरिका में जुलाई में उम्मीद से कम नई नौकरियों के मौके बने हैं। इससे बेरोजगारी दर बढ़कर 4.3 फीसदी पर पहुंच गई है।


सितंबर में इंटरेस्ट घटने की उम्मीद बढ़ी

बेरोजगारी बढ़ने से अमेरिकी इकोनॉमी के रिसेशन में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। इससे सितंबर में होने वाली मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट घटा सकता है। अगले महीने 17-18 के बीच फेडरल रिजर्व की बैठक होने वाली है। सीएमई फेडवॉच टूल ने सितंबर में इंटरेस्ट रेट में आधा फीसदी कमी की 70 फीसदी से ज्यादा उम्मीद जताई है। राटयर्स के मुताबिक, एक हफ्ते पहले यह उम्मीद सिर्फ 11.5 फीसदी थी।

ऑल-टाइम हाई पर पहुंचा था सोना

इंटरेस्ट रेट घटने पर गोल्ड में निवेश करना आसान हो जाता है। इससे गोल्ड की मांग बढ़ जाती है। इनवेस्टर्स को अमेरिका में जुलाई एसएंडपी ग्लोबल सर्विसेज और आईएसएम नॉन-मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई के आंकड़े जारी होने का इंतजार है। इससे उन्हें इकोनॉमी के बारे में संकेत मिलेंगे। मेहता इक्विटीज में वीपी (कमोडिटीज) राहुल कलांतरी ने कहा कि गोल्ड हाल में ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था। इसकी वजह फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट घटाने की उम्मीद है। उन्होंने 2,418-2,398 डॉलर प्रति औंस पर गोल्ड के लिए सपोर्ट उपलब्ध होने के बारे में बताया। रुपये में गोल्ड में सपोर्ट 69,150-68,880 रुयये पर सपोर्ट है। रेसिस्टेंस 69,790- 70,500 रुपये पर है।

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क्या यह निवेश का सही मौका है?

आर्थिक अनिश्चितता के बीच गोल्ड में निवेश का आकर्षण बढ़ जाता है। अभी ऐसी स्थितियां दिख रही हैं, जिससे गोल्ड में आगे तेजी का रुख रहने का अनुमान है। इनमें अमेरिकी में इंटरेस्ट घटने की उम्मीद और जियोपॉलिटकल टेंशन शामिल हैं। जब दुनिया में राजनीतिक या आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है तो गोल्ड की मांग बढ़ जाती है। इसकी वजह यह है कि गोल्ड को निवेश का सबसे सुरक्षित जरिया माना जाता है।

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