Personal Loan: पर्सनल लोन बंद करने का क्या होगा असर, क्रेडिट स्कोर ऊपर जाएगा या नीचे? जानिए डिटेल
Personal Loan: पर्सनल लोन बंद करने के बाद क्रेडिट स्कोर बढ़ या गिर भी सकता है। इसका असर EMI हिस्ट्री, प्रीपेमेंट, क्रेडिट मिक्स और क्लोजर रिपोर्टिंग पर निर्भर करता है। जानिए पर्सनल लोन को सही तरीके से बंद करने का तरीका और क्रेडिट स्कोर पर इसका असर।
क्रेडिट स्कोर से जुड़े बहुत से मुद्दे गलत लोन क्लोजर रिपोर्टिंग के कारण होते हैं।
Personal Loan: हममें से ज्यादातर लोग सोचते हैं कि पर्सनल लोन समय पर या जल्दी चुकाने से क्रेडिट स्कोर हमेशा बेहतर होता है। लेकिन असलियत थोड़ी अलग है। जब तक लोन चल रहा होता है, यह आपके क्रेडिट मिक्स को मजबूत करता है, समय पर भुगतान दिखाता है और क्रेडिट हिस्ट्री को लंबा करता है।
जैसे ही लोन बंद होता है, ये फायदे रुक जाते हैं। चाहे पूरा टेन्योर पूरा करके या जल्दी प्रीपेमेंट करके। इसीलिए कई बार लोन बंद होने के बाद स्कोर में हल्की गिरावट दिख सकती है। आपने कुछ गलत भी नहीं किया होता।
आपकी EMI हिस्ट्री सबसे बड़ा फैक्टर
सबसे ज्यादा असर आपके रिपेमेंट रिकॉर्ड का होता है। अगर आपने पूरी अवधि में हर EMI समय पर भरी है और लोन 'Closed' स्टेटस के साथ रिपोर्ट हो रहा है, तो यह आपके क्रेडिट प्रोफाइल को लंबे समय तक मजबूत बनाता है।
शुरुआत में हल्की गिरावट आए तो भी चिंता की बात नहीं। सकारात्मक हिस्ट्री कई साल तक आपके स्कोर को सपोर्ट करती है। लेकिन अगर कभी भी EMI लेट हुई है, सेटलमेंट हुआ है या लोन रीस्ट्रक्चर किया गया है, तो लोन बंद होने से ये निशान नहीं मिटते। 'Closed - Settled' या 'Written off' जैसे स्टेटस स्कोर को कई सालों तक नीचे खींचते हैं।
जल्दी प्रीपेमेंट का असर अलग क्यों होता है?
लोन जल्दी बंद करना वित्तीय रूप से अच्छा कदम है, पर क्रेडिट ब्यूरो इसे थोड़ा अलग देखते हैं। जल्दी प्रीपेमेंट से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री छोटी रह जाती है और एक्टिव क्रेडिट मिक्स भी कम हो जाता है। क्योंकि पर्सनल लोन एक असुरक्षित लोन होता है, यह लेंडर्स को आपके व्यवहार की अहम जानकारी देता है।
जल्दी बंद करने पर यह डेटा मिलना बंद हो जाता है। इसलिए प्रीपेमेंट के बाद कुछ महीनों में स्कोर में हल्की गिरावट बहुत सामान्य है। खासकर तब जब आपका क्रेडिट प्रोफाइल बहुत हल्का या सीमित हो।
लोन बंद होने पर क्रेडिट मिक्स कैसे बदलता है?
क्रेडिट ब्यूरो संतुलित पोर्टफोलियो को पसंद करते हैं। जैसे कि 1-2 क्रेडिट कार्ड, एक अनसिक्योर्ड लोन और कोई सिक्योर्ड लोन। जैसे कि कार/होम लोन। अगर आपका पर्सनल लोन ही एकमात्र इंस्टॉलमेंट लोन था और उसे बंद कर दिया गया, तो आपका प्रोफाइल ज्यादा कार्ड-भार वाला दिखने लगता है।
इससे क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो बढ़ सकता है। और यह स्कोर के लिए नुकसानदायक है, खासकर तब जब कार्ड खर्च लिमिट के मुकाबले ज्यादा हो। 30% से कम यूटिलाइजेशन रखने से यह असर काफी कम हो जाता है।
कब लोन बंद करने से स्कोर बढ़ता है?
अगर पर्सनल लोन आपकी EMI-to-income ratio बढ़ा रहा था और आपकी देनदारी ज्यादा लग रही थी, तो इसे बंद करना आपकी क्रेडिट योग्यता तुरंत सुधार देता है। कम कर्ज का मतलब है कम जोखिम। और लेंडर्स इसे तुरंत पॉजिटिव मानते हैं।
अगर लोन बंद होने के बाद आपकी कैश फ्लो सुधरती है और आप क्रेडिट कार्ड जिम्मेदारी से इस्तेमाल करते हैं, तो आने वाले महीनों में स्कोर खुद ही ऊपर जाने लगता है।
क्लोजर डॉक्यूमेंटेशन सबसे अहम कदम
क्रेडिट स्कोर से जुड़े बहुत से मुद्दे गलत लोन क्लोजर रिपोर्टिंग के कारण होते हैं। हमेशा No Dues Certificate या Closure Letter लें। 30-45 दिनों बाद अपना CIBIL या Experian रिपोर्ट चेक करें कि लोन 'Closed' दिख रहा है और outstanding balance '0' है।
अगर रिपोर्ट में लोन अभी भी 'Active' दिखे, तो स्कोर पर नकारात्मक असर जारी रहेगा। फिर नए लोन/क्रेडिट कार्ड के लिए रिजेक्शन की आशंका बढ़ जाएगी।
लोन बंद करने के बाद हल्की गिरावट सामान्य
लोन बंद होने के बाद स्कोर में हल्की गिरावट आमतौर पर अस्थायी होती है। वास्तविक फायदा लंबे समय में मिलता है। साफ EMI हिस्ट्री वाला लोन कम से कम 7 साल तक आपके प्रोफाइल को मजबूत करता है। समय के साथ यह पॉजिटिव इतिहास उस छोटी गिरावट को पीछे छोड़ देता है।
लेंडर्स के लिए यह महत्वपूर्ण है कि आपने लोन को जिम्मेदारी से शुरू से अंत तक संभाला। और इसका फायदा आपको आगे हर जगह मिलेगा।