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GPF: सैलरी से हर महीने कट जाती है GPF की राशि! जानिए सरकारी कर्मचारियों के लिए GPF का पूरा फंडा

GPF: जनरल प्रोविडेंट फंड (GPF) सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बचत योजना है, जिसमें वे अपनी सैलरी का एक भाग मासिक जमा करते हैं। रिटायरमेंट के बाद, इस फंड पर 7.1% ब्याज के साथ एकमुश्त राशि टैक्स फ्री प्राप्त होती है, जो उनके भविष्य की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है.

Edited By: Shradha Tulsyanअपडेटेड Nov 06, 2025 पर 2:38 PM
GPF: सैलरी से हर महीने कट जाती है GPF की राशि! जानिए सरकारी कर्मचारियों के लिए GPF का पूरा फंडा

अगर आप सरकारी नौकरी करते हैं, तो हर महीने आपकी सैलरी में से एक हिस्सा कटता है, जिसमें पीएफ, वीपीएफ और जीपीएफ जैसी योजनाएं शामिल होती हैं। आज यहां बात करेंगे जीपीएफ यानी जनरल प्रोविडेंट फंड की, जो खास तौर पर सरकारी कर्मचारियों के लिए बनाई गई है। जीपीएफ में हर सरकारी कर्मचारी की सैलरी का एक हिस्सा हर महीने जमा होता रहता है, जिसका फायदा रिटायरमेंट के समय एक बड़ी रकम के रूप में मिलता है।

GPF कैसे काम करता है?

जीपीएफ की सबसे बड़ी खासियत है इसकी सुरक्षा यह पूरी तरह सरकार के नियंत्रण में रहता है और शेयर बाजार की उठापटक का कोई असर इस फंड पर नहीं पड़ता। फिलहाल जीपीएफ पर 7.1% का ब्याज मिलता है, जिसे सरकार हर तीन महीने में रिव्यू करती है। हालांकि, पिछले कई सालों में इसमें खास बदलाव नहीं आया है, जिससे कर्मचारियों को स्थिर फायदे मिलते हैं।

अगर कोई कर्मचारी 15 साल तक जीपीएफ में नियमित पैसा जमा करता है, तो रिटायरमेंट पर उसे करीब 31,60,000 रुपए की मोटी रकम मिल सकती है। वहीं 10 सालों का निवेश 17.2 लाख रुपए तक पहुंच जाता है। सबसे अच्छी बात यह है कि जीपीएफ पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री है, और जमा राशि भी टैक्स की छूट दिलाती है। इस तरह यह न सिर्फ रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित बचत का जरिया है, बल्कि टैक्स सेविंग का भी बढ़िया ऑप्शन है।

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