ई-इनवॉयसिंग या इलेक्ट्रॉनिक इनवॉयसिंग जीएसटी के तहत एक सिस्टम है। इसके तहत सभी बिजनेसेज-टू-बिजनेसेज (बी2बी) इनवॉयसेज को इलेक्ट्रॉनिक तरीके से अपलोड किया जाता है और इनवॉयस रजिस्ट्रेशन पोर्टल (आईआरपी) के जरिए ऑथेंटिकेट किया जाता है। आईआरपी हर इनवॉयस को एक यूनिक इनवॉयस रजिस्ट्रेशन नंबर (आईआरएन) देता है, जिससे फ्रॉड का रिस्क कम हो जाता है। इस सिस्टम को टैक्स कंप्लायंस व्यस्थित बनाने, पारदर्शिता बढ़ाने और टैक्स चोरी रोकने के लिए शुरू किया गया था। इसमें इनवॉयसेज की रियल-टाइम रिपोर्टिंग होती है।