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Cotton: बदलेगा कॉटन खरीदने का सरकारी तरीका, सरकार ने 19 नवंबर को बैठक बुलाई

Cotton: CAI ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि सरकार भावांतर याजोना को लागू करे। किसानों को 500 रुपये प्रति क्विंटल का प्रीमियम मिले। अगल अलग मंडियों से किसानों को फायदा मिले। मंडियों के जरिए 200 लाख बेस की बिक्री होती है जबकि योजना पर 1700 करोड़ खर्च होने की उम्मीद है

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 13, 2025 पर 1:00 PM
Cotton: बदलेगा कॉटन खरीदने का सरकारी तरीका, सरकार ने 19 नवंबर को बैठक बुलाई
अतुल गनात्रा ने कहा कि इस साल 45 लाख बेल्स कॉटन इंपोर्ट होने की उम्मीद है। इंटरनेशनल मार्केट में कॉटन सस्ता मिल रहाहै।

फिजिकल खरीद का विकल्प तलाशना जरूरी है। ज्यादा बेहतर विकल्प तलाशने की जरूरत है। MSP पर कॉटन की फिजिकल खरीद होती है। सरकार ने 19 नवंबर को बैठक बुलाई है। अपील और सुझावों पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई। दोपहर 12:30 बजे उद्योग भवन में बैठक होगी।

क्या है CAI की दलील?

वक्त के साथ कॉटन का बाजार काफी बदला है। MSP पर खरीद कम प्रभावी होती जा रही है। किसानों को MSP का फायदा नहीं मिल रहा है। पूरा बाजार कम प्रतिस्पर्धी होता जा रहा है। 75% किसानों में जानकारी का अभाव है। किसानों में MSP के भाव की जनकारी कम है। ज्यादातर किसानों का MSP का फायदा नहीं। किसानों में तकनीकी जानकारी की भी कमी है।

CAI ने सुझाए विकल्प

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