Personal Loan: आजकल ऑनलाइन पर्सनल लोन लेना काफी आसान हो गया है। कुछ ही मिनटों में अप्लाई करके आप लोन अप्रूवल पा सकते हैं। लेकिन इस सुविधा के साथ एक बड़ा जोखिम भी जुड़ा है- आपको अपनी संवेदनशील जानकारी इंटरनेट पर साझा करनी पड़ती है।
Personal Loan: आजकल ऑनलाइन पर्सनल लोन लेना काफी आसान हो गया है। कुछ ही मिनटों में अप्लाई करके आप लोन अप्रूवल पा सकते हैं। लेकिन इस सुविधा के साथ एक बड़ा जोखिम भी जुड़ा है- आपको अपनी संवेदनशील जानकारी इंटरनेट पर साझा करनी पड़ती है।
इसमें PAN कार्ड डिटेल्स, बैंक स्टेटमेंट और नौकरी से जुड़े डॉक्यूमेंट शामिल हैं। अगर ये जानकारी गलत हाथों में चली जाए, तो पहचान चोरी, फर्जी लेन-देन और धोखाधड़ी जैसी घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए 'सबमिट' क्लिक करने से पहले सतर्क रहना बेहद जरूरी है।
लेंडर आपके डेटा को कैसे सुरक्षित रखते हैं?
प्रमुख बैंक, NBFC और RBI-रजिस्टर्ड फिनटेक कंपनियां आमतौर पर आपके डेटा को सुरक्षित रखने के लिए एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करती हैं। इसका मतलब है कि आपका डेटा ट्रांसफर और स्टोरेज के दौरान सुरक्षित सर्वर पर रहता है।
इनके लिए डेटा प्रोटेक्शन और गोपनीयता नियमों का पालन करना अनिवार्य है। हालांकि, छोटे या अनरेग्युलेटेड प्लेटफॉर्म पर ये सुरक्षा गारंटी नहीं होती। इससे आपके डेटा के दुरुपयोग की आशंका बढ़ जाती है।

असुरक्षित ऐप्स और वेबसाइट का खतरा
अगर आप किसी संदिग्ध ऐप या वेबसाइट पर अपनी जानकारी भरते हैं, तो हैकर्स इसे आसानी से चोरी कर सकते हैं। कई बार वेबसाइट असली जैसी दिखती है, लेकिन दरअसल वह फर्जी होती है।
ऐसे मामलों में आपकी जानकारी का इस्तेमाल फिशिंग अटैक, पहचान चोरी या नकली लेन-देन के लिए किया जा सकता है। इसलिए अप्लाई करने से पहले लेंडर की असलियत जांचना जरूरी है।
अप्लाई करने से पहले जरूरी चेकलिस्ट
डॉक्यूमेंट अपलोड करते समय सावधानी
Aadhaar या बैंक स्टेटमेंट जैसे डॉक्यूमेंट अपलोड करते वक्त केवल सुरक्षित चैनल का इस्तेमाल करें। ईमेल या मैसेंजर से तभी भेजें, जब रिसीवर की असलियत पूरी तरह से पक्की हो। बेहतर होगा कि ऐसे ऐप का इस्तेमाल करें, जो Aadhaar नंबर को मास्क (आंशिक रूप से छिपाकर) अपलोड करने का विकल्प देते हैं।

अप्लाई करने के बाद खुद को सुरक्षित कैसे रखें
पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने के बाद भी लापरवाह न बनें। अपने बैंक खाते, ईमेल और क्रेडिट रिपोर्ट पर लगातार नजर रखें। अगर किसी संदिग्ध गतिविधि का पता चले तो तुरंत बैंक को सूचित करें, पासवर्ड बदलें और साइबरक्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।
ऑनलाइन लोन लेना सुविधाजनक है और इसमें तुरंत अप्रूवल भी मिल सकता है। लेकिन सुविधा के साथ सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है। सही और भरोसेमंद प्लेटफॉर्म चुनकर तथा बुनियादी सुरक्षा उपाय अपनाकर आप जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
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FAQs
सवाल: ऑनलाइन लेंडर की असलियत कैसे जांचें?
जवाब: देखें कि लेंडर RBI-रजिस्टर्ड NBFC या शेड्यूल्ड बैंक है। उनकी आधिकारिक वेबसाइट, संपर्क डिटेल्स और RBI पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नंबर की पुष्टि करें।
सवाल: क्या ऑनलाइन आधार शेयर करना सुरक्षित है?
जवाब: अगर आप RBI-रेग्युलेटेड लेंडर के सुरक्षित प्लेटफॉर्म पर जानकारी दे रहे हैं, तो यह सुरक्षित है। जहां मुमकिन हो, masked Aadhaar का इस्तेमाल करें और इसे किसी अनवेरिफाइड ऐप या वेबसाइट पर न डालें।
सवाल: क्या थर्ड पार्टी मेरी जानकारी खरीद सकती है?
जवाब: नहीं। कानूनी लेंडर अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बताते हैं कि आपकी जानकारी का उपयोग कैसे होगा। वे इसे अप्रूव्ड थर्ड पार्टी से साझा कर सकते हैं, लेकिन आपकी सहमति के बिना इसे बेचना नियमों के खिलाफ है।
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