म्यूचुअल फंड से भी कर सकते हैं तत्काल पेमेंट, जानिए क्या है UPI का ‘पे विद म्यूचुअल फंड' फीचर

Pay with Mutual Fund: अब निवेशक अपने लिक्विड म्यूचुअल फंड से सीधे UPI पेमेंट कर सकते हैं। 'Pay with Mutual Fund' फीचर तुरंत रिडीम और ट्रांसफर की सुविधा देता है, जिससे बैंक अकाउंट में पैसे रखने की जरूरत कम होती है और रिटर्न बेहतर मिलता है।

अपडेटेड Oct 22, 2025 पर 5:49 PM
Story continues below Advertisement
Pay with Mutual Fund फीचर लिक्विड फंड को एक तरह के बैंक अकाउंट में बदल देता है, लेकिन इसमें मार्केट-लिंक्ड रिटर्न और UPI पेमेंट की सुविधा भी रहती है।

Pay with Mutual Fund: अब निवेशक अपने म्यूचुअल फंड का इस्तेमाल UPI के जरिए भुगतान करने के लिए कर सकते हैं। हाल ही में लॉन्च हुए 'Pay with Mutual Fund' फीचर से निवेशक अपने लिक्विड फंड से जरूरत के हिसाब से यूनिट्स को तुरंत रिडीम करके पेमेंट कर सकते हैं।

अगर आपके पास लिक्विड म्यूचुअल फंड है और फंड इश्यूअर इस सर्विस को सपोर्ट करता है, तो पेमेंट की रकम सीधे आपके फंड से ली जाएगी। रिडीम्शन बैक-एंड पर होगी और पैसे तुरंत UPI के जरिए ट्रांसफर हो जाएंगे। मिसाल के लिए, ICICI Prudential Mutual Fund और Bajaj Finserv AMC ने इसे Curie Money के साथ लॉन्च किया है।

यह फीचर लिक्विड फंड को एक तरह के बैंक अकाउंट में बदल देता है, लेकिन इसमें मार्केट-लिंक्ड रिटर्न और UPI पेमेंट की सुविधा भी रहती है।


क्यों है यह फीचर खास?

तुरंत लिक्विडिटी: लिक्विड फंड कम अवधि के मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करते हैं और जल्दी पैसा निकालने की सुविधा देते हैं। अब निवेशक सीधे भुगतान कर सकते हैं, बिना पहले बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए।

बचत खाते से बेहतर रिटर्न: बचत खाते में ब्याज आमतौर पर 4% से कम होता है, जबकि लिक्विड फंड में यह फिलहाल के लिए 7% तक हो सकता है। यह पैसा निवेश करते हुए भी बेहतर रिटर्न देता है।

UPI भुगतान की सुविधा: रोजमर्रा के भुगतान के लिए UPI का इस्तेमाल आसान होता है। लिक्विड फंड को सोर्स बनाने से पैसे निकालने या बैंक ट्रांसफर करने की जरूरत नहीं पड़ती।

लचीली कैश मैनेजमेंट: छोटे समय के फंड को बैंक में निष्क्रिय रखने के बजाय लिक्विड फंड में निवेश करके रखा जा सकता है और जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

क्या यह बचत खाते से बेहतर है?

कई मामलों में हां, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। बचत खाता अल्ट्रा-लिक्विड और सुरक्षित होता है। लिक्विड फंड में थोड़ा जोखिम हो सकता है लेकिन रिटर्न बेहतर मिलता है। अगर आप बहुत कम समय के लिए और बिना जोखिम के पैसा रखना चाहते हैं, तो बचत खाता बेहतर रहेगा।

इन बातों का भी रखें ध्यान

फंड का औसत रिटर्न देखें: यह ध्यान रखें कि आपको रिटर्न में खर्च और टैक्स कटौती के बाद कितना पैसा मिलेगा। रिडीमशन का समय और पैसा मिलने की प्रक्रिया समझें, क्योंकि 'इंस्टेंट' फीचर में भी कट-ऑफ टाइम या प्रोसेसिंग में थोड़ी देर हो सकती है।

टैक्स कैसे लगेगा: लिक्विड फंड पर टैक्स उसी तरह लगता है जैसे बैंक एफडी या बचत खाते पर। इसका मतलब है कि मिलने वाला रिटर्न आपकी मार्जिनल टैक्स दर के अनुसार टैक्सेबल होगा।

इमरजेंसी फंड मत समझें: यह फीचर तुरंत पैसा निकालने की सुविधा देता है, लेकिन हमेशा कुछ रकम बचत खाते में रखें ताकि इमरजेंसी में सुरक्षित पैसा उपलब्ध रहे।

अपनी जरूरत जानें: निवेश का समय और आपकी लिक्विडिटी की जरूरत को ध्यान में रखते हुए ही तय करें कि कितनी रकम तुरंत भुगतान के लिए इस्तेमाल होगी और कितनी लंबी अवधि के निवेश में रहेगी।

कुल मिलाकर, यह इंस्टेंट रिडीम्शन फीचर लिक्विड फंड्स का स्मार्ट इस्तेमाल है, जो सुविधा और बेहतर रिटर्न दोनों देता है। बैंक अकाउंट में पैसे निष्क्रिय रखने वाले कई निवेशकों के लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है, बशर्ते वे प्रक्रिया और जोखिम को अच्छी तरह समझ लें।

यह भी पढ़ें : फेस्टिव सीजन में पर्सनल लोन लेने से पहले इन 8 बातों का रखें ध्यान, झट से पैसा देगा बैंक

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।