कई बार हम अपने LIC बीमा प्रीमियम, यूटिलिटी और ओटीटी बिल आदि भरना भूल जाते हैं। फिर लेट हो जाने पर लेट फीस चार्ज भरते हैं या वो सर्विस मिलनी बंद हो जाती है। कई बार पॉलिसी का प्रीमियम समय पर नहीं भरने पर पॉलिसी भी लैप्स हो जाती है। आम लोगों की ऐसी ही समस्या को ध्यान में रखते हुए 2020 में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI ऑटोपे सर्विस लॉन्च की, जिसने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के माध्यम से रेकरिंग पेमेंट की इजाजत दी है। इसके जरिये ग्राहकों ने अपने बैंक खाते से जुड़े यूपीआई एप्लिकेशन (UPI application) पर ऑटो-डेबिट (Auto Debit) के निर्देश सेट करना शुरू कर दिया।
आज UPI ऑटोपे पेमेंट करने का एक फेमस ऑप्शन बन गया है। जून 2023 में जारी RBI बुलेटिन में UPI ऑटोपे सर्विस का इस्तेमाल करके सफल ट्रांजेक्शन में साल-दर-साल 143 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी है। हाल ही में ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2023 (Global Fintech Fest 2023) में, रेजरपे (Razorpay) ने एनपीसीआई की मदद से क्यूआर पर यूपीआई ऑटोपे लॉन्च किया।
UPI ऑटोपे (Autopay) कैसे कर सकते हैं सेट?
एक यूजर किसी मर्चेंट की वेबसाइट के साथ-साथ अपने इस्तेमाल किये जा रहे यूपीआई ऐप से भी यूपीआई ऑटोपे मैंडेट के लिए रजिस्टर कर सकता है। आपको मर्चेंट की यूपीआई आईडी, पेमेंट का टाइम और पीरियड, डेबिट किये जाने वाला अमाउंट और रेकरिंग पेमेंट की वैलिडिटी देनी होगी।
आपको UPI ऐप पर ऑटोपे रिक्वेस्ट को ऑथोराइज करने के लिए नोटिफिकेशन मिलेगा। इसके लिए आपको UPI पिन चाहिए होगा। आपको पिन वैरिफाइ करना होगा। इसके बाद आपको रजिस्टर ईमेल आईडी पर एक कंफर्मेशन मैसेज आएगा। ऑटोपे सेटअप होने के बाद मर्चेंट की तरफ से मोबाइल पर मैसेज आएगा। उसके बाद मोबाइल नंबर पर उसके निर्देशों के अनुसार पेमेंट करना होगा। UPI ऑटोपे सर्विस पर कोई भी चार्ज नहीं लगता है।
आप इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करके अपने सेविंग अकाउंट से ऑटो पेमेंट भी सेट कर सकते हैं। उदाहरण के लिए यदि आपका भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में अकाउंट है, तो आपको सबसे पहले इंटरनेट बैंकिंग में लॉग इन करना होगा, बिल पेमेंट पर क्लिक करना होगा और बिलर मैनेज पर क्लिक करना होगा। इस पेज पर एड, मोडिफाई और व्यू बिलर का ऑप्शन आएगा। यहां आप चुन सकते हैं। UPI AutoPay का उपयोग करके आप Paytm, GooglePay, PhonePe आदि जैसे ऐप्स के माध्यम से रेकरिंग पेमेंट कर सकते हैं।
तय कर सकते हैं पेमेंट का पीरियड
आप इस तरह की रेकरिंग पेमेंट के लिए पेमेंट का समय भी तय कर सकते हैं। जैसे दैनिक, साप्ताहिक, मासिक, द्विमासिक, तिमाही या सालाना आदि। जैसे आप ओटीटी प्लेटफॉर्म की पेमेंट के लिए मंथली ऑप्शन चुन सकते हैं।
यदि अकाउंट में नहीं होंगे पैसे
अगर आपकी रेकरिंग पेमेंट के लिए बैंक अकाउंट में पैसे नहीं हैं तो पेमेंट फेल हो जाएगी। इसकी जानकारी मर्चेंट और यूजर दोनों को मिल जाएगी। बाद में अगले महीने का पेमेंट कैंसिल नहीं होगा। यानी, एक बार पेमेंट फेल होने पर आपको ऑटो डेबिट फिर से सेट नहीं करना होगा।