IIT से पढ़े कपल ने 1 लाख रुपये महीने पर रखा एजुकेटेड होम मैनेजर, आखिर क्यों तेजी से बढ़ा रहा है ये ट्रेंड

सुबह उठते ही घर की मेड को काम समझाना, कुक को मेन्यू बताना, बिजली–पानी या AC की दिक्कतों के लिए फोन करना, चीजें रिपेयर करवाना और ऑफिस से लौटते समय सब्जी–किराना उठाकर लाना… ये एक आम भारतीय प्रोफेशनल की रोजमर्रा का रूटीन है

अपडेटेड Nov 18, 2025 पर 11:45 AM
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कारोबारी अमन गोयल और हर्षिता श्रीवास्तव अपने होम मैनेजर को हर महीने 1 लाख रुपये की सैलरी देते हैं।

सुबह उठते ही घर की मेड को काम समझाना, कुक को मेन्यू बताना, बिजलीपानी या AC की दिक्कतों के लिए फोन करना, चीजें रिपेयर करवाना और ऑफिस से लौटते समय सब्जीकिराना उठाकर लाना… ये एक आम भारतीय प्रोफेशनल की रोजमर्रा का रूटीन है। बाहर नौकरी का प्रेशर, घर की जिम्मेदारियां और परिवार की जरूरतें, इन सबके बीच संतुलन बिठाना कई बार थका देने वाला हो जाता हैअब सोचिए अगर ये पूरे घर का मैनेजमेंट कोई और संभाल ले और आपको सिर्फ अपने करियर, बिजनेस या बच्चों पर ध्यान देना पड़े? इसी कारण होम मैनेजर नाम का प्रोफेशन तेजी से बढ़ रहा है। यही कारण हैं कि होम मैनेजर की जॉब के लिए 1 लाख रुपये महीना भी देने के लिए तैयारी है।

GreyLabs के फाउंडर और IITian Aman Goel ने हाल ही में सोशल मीडिया पर बताया कि उन्होंने अपने घर में एक फुल-टाइम होम मैनेजर रखा है। यह व्यक्ति घर से जुड़े लगभग हर काम की जिम्मेदारी उठाता है।

दिनभर का खाना कैसे चलेगा

वार्डरोब और कपड़ों की व्यवस्था

रिपेयरमेंटेनेंस की फॉलो-अप


ग्रॉसरी और घर का स्टॉक

सर्विस एजेंट्स से कोऑर्डिनेशन

लॉन्ड्री

और पूरा होम ऑपरेशन

और इस पूरे रोल के लिए 1 लाख रुपये मंथली सैलरी दे रहे हैं।

Aman ने साफ लिखा है कि कहा कि मेरी होम मैनेजर पहले एक होटल चेन में ऑपरेशन्स हेड रह चुकी हैंहम समय को बहुत वैल्यू देते हैं और अगर इसे बचाने के लिए पैसा देना पड़े, तो यह एक सही निवेश है।

क्यों लिया होम मैनेजर रखने का फैसला?

अमन और उनकी पत्नी हर्षिता श्रीवास्तव दोनों अपनी कंपनी को स्केल कर रहे हैं। घर में माता-पिता सीनियर सिटिजन्स भी रहते हैं और वे नहीं चाहते कि उन पर कोई बोझ आए। इसलिए उन्होंने सोचा कि जो समय रोजमर्रा के घरेलू कामों में खर्च होता है, वो एक प्रोफेशनल को सौंप देना चाहिए। Aman ने लिखा है कि घर चलाना आसान काम नहीं है। खाना, सफाई, मेंटेनेंस, रिपेयर… सबका हिसाब रखना पड़ता है। किसी पर भरोसा करके डेलिगेट करना ही सबसे समझदारी भरा कदम लगा।

जैसे ही Aman की पोस्ट वायरल हुई, लोग दो हिस्सों में बंट गए। एक पक्ष बोला कि यह तो मॉडर्न लाइफ का बहुत बढ़िया समाधान है। इससे कामजीवन संतुलन आसान हो सकता है। दूसरा पक्ष बोला कि फाउंडर का इतना खर्च करना गलत है। यह अनावश्यक लक्जरी है। Aman ने जवाब दिया कि यह मेरे स्टार्टअप का पैसा नहीं, मेरी पर्सनल इनकम है।

होम मैनेजर आखिर घर की मेड या कुक से कैसे अलग है?

मेड साफ-सफाई करती है। कुक खाना बनाता है। लेकिन होम मैनेजर, घर को एक छोटे होटल या ऑफिस की तरह प्रोफेशनल तरीके से रन करता है। शेड्यूल बनाता है। हर टास्क को फॉलो-अप करता है। समय पर सर्विस दिलवाता है। खर्चों का हिसाब रखता है। घर के बाकी स्टाफ को भी मैनेज करता है। यानी यह रोल सिर्फ घरेलू काम नहीं, बल्कि पूरा होम ऑपरेशन्स मैनेजमेंट है।

क्या आप भी होम मैनेजर रखने का सोच सकते हैं?

अगर आप ऑफिस में लंबा समय देते हैं, बच्चोंबुजुर्गों की जिम्मेदारी है, और घर के छोटेछोटे काम रोज आपका टाइम और एनर्जी खा जाते हैं। तो यह मॉडल आपके लिए भी काम कर सकता है। अगर घरेलू जिम्मेदारियां आपके करियर फोकस को रोकती हैं, तो होम मैनेजर रखना एक प्रैक्टिकल सॉल्यूशन है।

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