प्राइवेट बीमा कंपनी एडलवाइज टोकियो लाइफ इंश्योरेंस (Edelweiss Tokio Life Insurance) ने एक नया पार्टिसिपेटिंग प्रोडक्ट लॉन्च किया है, जिसका नाम 'फ्लेक्सी सेविंग्स प्लान (Flexi Savings Plan)' दिया गया है। इस प्लान में ग्राहकों को 'सर्वाइवल बेनेफिट के एक्रूअल' का वैकल्पिक सुविधा भी मिलती है। ग्राहकों को इस सुविधा ये यह आजादी मिलती है कि वह पॉलिसी प्रीमियम के साथ मिलने वाले लाभ के भुगतान समय को अपनी जरूरत के मुताबिक जितनी बार चाहें, उतनी बार बदल सकते हैं।
यह नया फ्लेकसी सेविंग प्लान शेयर बाजार से नहीं जुड़ा हुआ एक पार्टिसिपेटिंग और इंडिविजुअल लाइफ इंश्योरेंस प्लान है। इसमें ग्राहकों को मोटे तौर पर तीन विकल्प चुनने को मिलता है। इसमें फ्लेक्सी-इनकम, फ्लेक्सी-इनकम प्रो और लार्ज सम शामिल है। ग्राहक इसमें से फ्लेक्सी-इनकम और फ्लेक्सी इनकम प्रो के साथ 'सर्वाइवल बेनेफिट के एक्रूअल' का विकल्प चुन सकते हैं।
फ्लेक्सी-इनकम और फ्लेक्सी इनकम प्रो दोनों विकल्प में पॉलिसीधारकों को नियमित आय पाने के लिए पॉलिसी के दूसरे साल, 5वें साल या प्रीमियम भुगतान का समय खत्म होने के 1 साल बाद का विकल्प चुनने को मिलता है। यह पॉलिसी आय शुरू करने के लिए चुने गए साल में कैश बोनस ऑफर करती है। वहीं जो लोग पॉलिसी ईयर के 5वें साल या प्रीमियम भुगतान का समय खत्म होने के 1 साल बाद आय शुरू करने का विकल्प चुनते हैं, उन्हें रिविजनरी बोनस मिलता है।
दोनों विकल्पों में मुख्य अंतर गारंटी इनकम के भुगतान का है। फ्लेक्सी-इनकम में गारंटी इनकम की शुरुआत प्रीमयिम भुगतान का समय खत्म होने के 1 साल बाद शुरू होता है। वहीं फ्लेक्सी-इनकम प्रो में गारंटी इनकम का भुगतान प्रीमियम भुगतान खत्म होने के बाद हर साल 5 साल पर एकमुश्त किया जाता है और यह 30वें पॉलिसी साल तक प्रीमियम भुगतान की अवधि समाप्त होने के बाद होता है।
Edelweiss Tokio लाइफ इंश्योरेंस के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सुभ्राजित मुखोपध्याय ने बताया, "हर कस्टमर्स की अलग जरूरत होती है। ये जरूरतें स्थिर नहीं रहती हैं और ग्राहक के पूरे जीवन में बदलती रहती है। इसके चलते लंबी अवधि के प्लान आज काफी चुनौतीपूर्ण बन गए हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने पाया कि ग्राहक प्लान लेते हुए उसमें लचीलापन चाहता है, जिससे वह लाइफ इंश्योरेंस प्लान के साथ मिलने वाले लाभ का फायदा अपने जरूरत के मुताबिक ले सके। इस नजरिए ने हमारे प्रोडक्ट को बनाने में मदद की, जहां हमने इस संभावना को तलाशा कि कैसे एक ऐसा प्लान बनाया जाए, जो सभी कस्टमर्स की अलग-अलग और बदलती जरूरतों को पूरा कर सकें।"