जीवन बीमा Vs टर्म इंश्योरेंस? आपके लिए कौनसा है बेस्ट, जानें फायदे और नुकसान
Life Insurance vs Term Insurance: परिवार की फाइनेंशियल सुरक्षा के लिए जीवन बीमा (Life Insuarance) एक बेस्ट ऑप्शन है। खासकर अगर आप परिवार के मुख्य कमाई करने वाले सदस्य हैं। जीवन बीमा मुख्य रूप से दो केटेगरी बांटा जाता है, टर्म इंश्योरेंस और पारंपरिक लाइफ इंश्योरेंस
Life Insurance vs Term Insurance: परिवार की फाइनेंशियल सुरक्षा के लिए जीवन बीमा (Life Insuarance) एक बेस्ट ऑप्शन है।
Life Insurance vs Term Insurance: परिवार की फाइनेंशियल सुरक्षा के लिए जीवन बीमा (Life Insuarance) एक बेस्ट ऑप्शन है। खासकर अगर आप परिवार के मुख्य कमाई करने वाले सदस्य हैं। जीवन बीमा मुख्य रूप से दो केटेगरी बांटा जाता है, टर्म इंश्योरेंस और पारंपरिक लाइफ इंश्योरेंस। दोनों का मकसद एक ही है, बीमा धारक के निधन के बाद परिवार को फाइनेंशियल सुरक्षा देना। हालांकि, इनके स्ट्रक्चर, कॉस्ट और फायदों में काफी अंतर होता है। सही विकल्प चुनने के लिए इन दोनों योजनाओं को समझना जरूरी है।
क्या है टर्म इंश्योरेंस?
टर्म इंश्योरेंस एक आसान और सस्ता जीवन बीमा विकल्प है, जो केवल जोखिम कवरेज देता है। यदि पॉलिसी पीरियड के दौरान बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो नामित व्यक्ति को एक तय अमाउंट मिल जाता है। हालांकि, अगर पॉलिसी पीरियड पूरी हो जाती है और बीमित व्यक्ति जीवित रहता है, तो कोई पैसा वापस नहीं मिलता है।
टर्म इंश्योरेंस के फायदे:
टर्म प्लान्स कम प्रीमियम पर ज्यादा इंश्योरेंस अमाउंट मिलता है। उदाहरण के लिए ₹1 करोड़ का बीमा सिर्फ ₹500-₹1,000 मंथली में लिया जा सकता है। पॉलिसी में अतिरिक्त सुरक्षा के लिए क्रिटिकल इलनेस, एक्सीडेंटल डेथ, और प्रीमियम वेवर जैसे राइडर्स जोड़े जा सकते हैं। यह प्लान्स कम लागत पर ज्यादा कवरेज देता है।
टर्म इंश्योरेंस के नुकसान
यदि आप पॉलिसी पीरियड तक जीवित रहते हैं, तो कोई पैसा वापस नहीं मिलता है। कवरेज पीरियड 20-40 सालोंवर्षों तक सीमित होता है, जिसके बाद इसे रिन्यू करना पड़ सकता है।
क्या है पारंपरिक लाइफ इंश्योरेंस?
पारंपरिक जीवन बीमा जैसे एंडोमेंट या मनी-बैक प्लान्स, बीमा और निवेश दोनों देता है। इनमें मृत्यु लाभ के साथ-साथ पॉलिसी पीरियड पूरी होने पर मैच्योरिटी फायदा भी मिलता है।
लाइफ इंश्योरेंस के फायदे
पॉलिसी धारक के जीवित रहने पर पूरा पैसा वापस मिलता है, जिससे यह बीमा और सेविंग दोनों होती है। इन योजनाओं में जमा पैसे से कैश वैल्यू बनता है, जिसे पॉलिसी पीरियड के दौरान निकाला जा सकता है। ये योजनाएं इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट मिलती है। इसके अलावा कैश वैल्यू को गिरवी रखकर लोन भी लिया जा सकता है।
लाइफ इंश्योरेंस के नुकसान
टर्म इंश्योरेंस की तुलना में इनकी लागत अधिक होती है। उदाहरण के लिए ₹1 करोड़ की कवरेज के लिए जो प्रीमियम ₹1,000 में मिलता है, वह पारंपरिक योजनाओं में केवल ₹10-20 लाख का कवरेज देता है। निवेश के लिहाज से इन योजनाओं पर मिलने वाले रिटर्न कम होता है और अन्य विकल्प जैसे म्यूचुअल फंड या स्टॉक्स के मुकाबले आकर्षक नहीं होते।
कौन सी योजना आपके लिए सही?
पॉलिसी का चुनाव आपकी फाइनेंशियल स्थिति, उद्देश्यों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।
टर्म इंश्योरेंस चुनने के कारण
आप सस्ती, उच्च कवरेज वाली पॉलिसी चाहते हैं।
आप युवा हैं, परिवार में आश्रित हैं, और होम लोन जैसे फाइनेंशियल दायित्वों को कवर करना चाहते हैं।
माच्योरिटी लाभ के बिना केवल जोखिम कवरेज पर ध्यान देना चाहते हैं।
लाइफ इंश्योरेंस चुनने के कारण
आप ज्यादा प्रीमियम वहन कर सकते हैं और बीमा के साथ बचत भी चाहते हैं।
आप लंबे समय के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा और माच्योरिटी लाभ में इंटरेस्ट रखते हैं।
आप टैक्स लाभ और कैश वैल्यू निकालने की सुविधा चाहते हैं।