देश में कई जगह ऐसी हैं, जहां रहना लोगों को काफी महंगा पड़ता है। वहीं इनमें दिल्ली-एनसीआर भी शामिल है। इसके साथ ही दिल्ली के करीब स्थित गुरुग्राम और नोएडा में भी काफी आबादी रेंट पर रहती है। इसके साथ ही इन इलाकों में रेंटल इनकम में ग्रोथ देखने को मिली है। पिछले कुछ सालों में रेंटल इनकम में सुधार हुआ है। इससे जुड़े कुछ आंकड़े भी अब सामने आए हैं। इन शहरों में लगातार घरों का किराया भी बढ़ रहा है, जिससे रेंटल इनकम बढ़ रही है।
दरअसल, हरियाणा के गुरुग्राम और उत्तर प्रदेश के नोएडा में कई आवासीय संपत्तियां मौजूद है, जिनसे लोग रेंटल इनकम हासिल करते हैं। इन जगहों पर स्थित आवासीय संपत्तियों से रेंटल इनकम में पिछले कुछ वर्षों के दौरान सुधार हुआ है। संपत्ति सलाहकार एनारॉक के अनुसार बीती मार्च तिमाही के दौरान इसमें क्रमशः 4.1 प्रतिशत और 3.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
यहां कई ऐसे प्रॉपर्टी मौजूद हैं, जिन्हें लोग खरीद लेते हैं और फिर उनसे रेंटल इनकम हासिल करते हैं।किसी संपत्ति में निवेश की गई पूंजी पर निवेशकों को किराये से मिलने वाली वार्षिक आय (ROI) को रेंटल इनकम कहते हैं।
देश के प्रमुख शहरों में किराया लगातार बढ़ रहा है। एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक प्रमुख शहरों में औसत किराया बढ़ गया है और रेंटल इनकम भी लगातार बढ़ रही है। आंकड़ों से पता चला कि जनवरी-मार्च 2024 के दौरान 4.45 प्रतिशत की रेंटल इनकम के साथ बेंगलुरु सूची में सबसे ऊपर है। कोविड महामारी से पहले 2019 में बेंगलुरु में किराया आय 3.6 प्रतिशत थी।
शीर्ष शहरों में इसके बाद 4.15 प्रतिशत के साथ मुंबई दूसरे स्थान पर है। इसके बाद गुरुग्राम का स्थान है। आंकड़ों के मुताबिक, मार्च तिमाही में रेंटल इनकम नोएडा में 3.7 प्रतिशत, दिल्ली में 2.9 प्रतिशत, पुणे में 3.85 प्रतिशत और नवी मुंबई में 3.4 प्रतिशत थी।