Sukanya Samriddhi Yojana: सरकार ने बेटियों की पढ़ाई और शादी की चिंता दूर करने के लिए एक खास स्कीम की शुरुआत की है। इस योजना का नाम है सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana -SSY) है। यह पूरी तरह से सरकारी योजना है। यह योजना बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ (Beti Bachao, Beti Padhao) योजना के तहत केंद्र सरकार की तरफ से शुरू की गई योजना है। इस योजना का मकसद आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों में जन्म लेने वाली बेटियों को भविष्य में आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़े। इस योजना के तहत निवेश करने पर सरकार जमा राशि पर 8 फीसदी ब्याज दर सालाना आधार पर मुहैया कराती है।
ऐसे में सुकन्या समृद्धि योजना में अगर आप निवेश करते हैं, तो मैच्योरिटी पर रकम तीन गुना हो जाएगी। वहीं, इसमें मिलने वाला ब्याज कुल निवेश का डबल होगा। डाकघर की इस स्कीम में 1 अप्रैल से ब्याज दर सालाना 8 फीसदी कर दी गई है। खास बात यह है कि योजना की मैच्योरिटी 21 साल है, लेकिन इसमें निवेश 15 साल तक ही करना होता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में 250 रुपये से खुलवा सकते हैं अकाउंट
सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत आठ साल पहले यानी साल 2015 में की गई थी। ये स्कीम 21 साल की है। लेकिन बेटी के माता-पिता को शुरुआत के 15 साल तक ही पैसा जमा करना होता है। 6 साल तक अकाउंट बिना पैसा जमा किए ही ऑपरेशनल बना रहता है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 10 साल से कम उम्र की बेटियों का खाता उनके माता-पिता के नाम पर ही खुलता है। इस स्कीम के तहत सालाना 250 रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये जमा कर सकते हैं। फरवरी 2023 तक इस योजना के तहत लगभग 3 करोड़ से ज्यादा अकाउंट खोले जा चुके हैं। यहां आप छोटा-छोटा निवेश कर एक बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना में ऐसे बनेगा 64 लाख का फंड
SSY स्कीम में अगर आप हर महीने 12,500 रुपये जमा कराते हैं, तो एक साल में यह राशि 1.5 लाख रुपये होगी। इस रकम पर टैक्स नहीं लगेगा। इस पॉपुलर स्कीम के तहत ब्याज दर 8 फीसदी है। 15 साल में 22,50,000 रुपये निवेश करेंगे। 8 फीसदी के हिसाब से 44,84,534 रुपये बतौर ब्याज मिलेंगे। इस तरह मैच्योरिटी तक अपनी बेटी के लिए एक भारी-भरकम फंड बन जाएगा और यह करीब 64 लाख रुपये तक पहुंच सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना में मैच्योरिटी से पहले निकाल सकते हैं पैसा
बेटी की उम्र 18 साल होने पर मैच्योरिटी से पहले 50 फीसदी रकम निकाली जा सकती है। इसके अलावा खाता शुरू होने के पांच साल बाद इमरजेंसी में पैसा निकाला जा सकता है।