Fixed Income Instruments: स्टॉक मार्केट की उठा-पटक से परेशान निवेशकों के लिए मार्केट में निवेश के लिए काफी विकल्प हैं जिनमें पैसे लगाकर अच्छा रिटर्न हासिल कर सकते हैं। यहां निवेश के ऐसे कई विकल्पों के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिसमें रिटर्न लगभग तय होता है। इसके साथ ही इनमें निवेश सुरक्षित भी रहता है। न सिर्फ मेच्योरिटी पर अच्छा रिटर्न हासिल किया जा सकता है, बल्कि पूंजी सुरक्षित रखते हुए हर महीने एक निश्चित आय का भी इंतजाम किया जा सकता है।
Bank Fixed Deposits (FDs)
फिक्स्ड डिपॉजिट्स (एफडी) सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले विकल्पों में शुमार है। इसमें निवेश के समय ही ब्याज की दर फिक्स हो जाती है और निवेशकों को तय रिटर्न मिलता है। इसमें जो पैसे जमा किए जाते हैं, उसमें 5 लाख रुपये तक की जमा पर सरकार की गांरटी रहती है जिससे निवेश और सुरक्षित बन जाता है।
रिकरिंग डिपॉजिट्स (आरडी) में नियमित तौर पर थोड़े-थोड़े पैसे जमा कर अच्छा रिटर्न हासिल किया जा सकता है। इसमें आम सेविंग्स डिपॉजिट की तुलना में अधिक ब्याज मिलता है। आरडी के जरिए बचत की आदत बनती है और अच्छा रिटर्न भी सुनिश्चित होता है। चूंकि इसे थोड़े पैसों से भी शुरू किया जा सकता है तो कम आय वाले लोगों के लिए भी यह निवेश का शानदार विकल्प साबित होता है।
Public Provident Fund (PPF)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) लॉन्ग टर्म की बचत योजना है। इसकी मेच्योरिटी 15 साल में होती है जिसे पांच-पांच साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है। अभी इसमें निवेश पर सालाना 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। पीपीएफ में योगदान पर टैक्स डिडक्शंस भी मिलता है और मेच्योरिटी पर जो पैसा मिलता है, वह भी टैक्स फ्री होता है। इस वजह से रिटायरमेंट के लिए यह काफी शानदार योजना बन जाती है।
Post Office Monthly Income Scheme (POMIS)
पोस्ट ऑफिस नेशनल सेविंग्स मंथली इनकम अकाउंट (POMIS) के जरिए मासिक कमाई का इंतजाम किया जा सकता है। इसमें कुछ न्यूनतम राशि जमा की जाती है और अभी इस पर 7.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। यह ऐसे लोगों के लिए बेहतर विकल्प है जो अपनी पूंजी सुरक्षित रखते हुए नियमित इनकम का स्रोत बनाना चाहते हैं।
RBI Floating Rate Savings Bonds
आरबीआई के फ्लोटिंग रेट सेविंग्स बॉन्ड्स की मेच्योरिटी सात साल में होती है और इस पर अभी 8.05 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। इसमें 1 हजार रुपये की न्यूनतम राशि से भी निवेश शुरू कर सकते हैं और अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है। इसमें आरबीआई के रिटेल डायरेक्ट पोर्टल के जरिए पैसे लगा सकते हैं।
National Savings Certificates (NSCs)
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स को सरकार जारी करती है। अभी इस पर 7.7 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा हौ और सेक्शन 80सी के तहत टैक्स डिडक्शंस का फायदा मिलता है। इसका मेच्योरिटी पीरियड फिक्स होता है और रिटर्न भी लगभग सुरक्षित होता है।