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गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना है फिजिकल गोल्ड से बेहतर विकल्प? जानें पूरी गाइड

गोल्ड ईटीएफ फिजिकल गोल्ड से बेहतर निवेश विकल्प है, जो स्टोरेज हसल, मेकिंग चार्ज और प्योरिटी चिंता से मुक्त रखता है। लिक्विडिटी, पारदर्शी प्राइसिंग और टैक्स बेनिफिट्स के साथ पोर्टफोलियो में 5-15% हिस्सा रखें।

Shradha Tulsyanअपडेटेड Dec 07, 2025 पर 4:52 PM
गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना है फिजिकल गोल्ड से बेहतर विकल्प? जानें पूरी गाइड

भारतीय परिवारों में सोना हमेशा सुरक्षा का प्रतीक रहा है, लेकिन अब निवेशक फिजिकल गोल्ड से हटकर गोल्ड ईटीएफ की ओर रुख कर रहे हैं। ये डिजिटल यूनिट्स डीमैट अकाउंट में स्टोर होते हैं, जहां स्टोरेज, प्योरिटी या मेकिंग चार्ज की चिंता नहीं रहती। अंतरराष्ट्रीय गोल्ड प्राइस को सटीक ट्रैक करने से ये खुदरा दुकानों के मुकाबले ज्यादा पारदर्शी सौदा देते हैं ।

ईटीएफ कैसे काम करते हैं

गोल्ड ईटीएफ एक म्यूचुअल फंड है जो 24 कैरेट फिजिकल गोल्ड में निवेश करता है। हर यूनिट लगभग 1 ग्राम गोल्ड का प्रतिनिधित्व करती है, जिसे फंड वैल्ट में रखता है। स्टॉक एक्सचेंज पर खरीद-बिक्री होती है, इसलिए कीमत पूरे ट्रेडिंग डे में बदलती रहती है। एक्सपेंस रेशियो (0.3-1% सालाना) ही मुख्य खर्च है, जो मैनेजमेंट कवर करता है ।

फायदे: लिक्विडिटी और सुविधा

फिजिकल गोल्ड के विपरीत, ईटीएफ में तुरंत बिक्री संभव है, पैसे खाते में फटाफट आ जाते हैं। कोई जीएसटी नहीं लगता, स्टोरेज का झंझट खत्म। लोकप्रिय ईटीएफ जैसे एक्सिस गोल्ड, निप्पॉन इंडिया गोल्ड बीईएस में हाई ट्रेडिंग वॉल्यूम से बिड-आस्क स्प्रेड कम रहता है। लॉन्ग-टर्म में मार्केट उतार-चढ़ाव के समय स्थिरता प्रदान करते हैं ।

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