दो दोस्तों ने एक छोटे-से काठी रोल स्टॉल से शुरुआत की और आज 1,420 करोड़ रुपये की कंपनी खड़ी कर दी। बिना रेस्टोरेंट खोले, बिना बड़ी-सी दुकान चलाए। यही है Rebel Foods की कहानी, जिसने खाने-पीने की दुनिया का खेल ही बदल दिया। जब भी कोई बिजनेस शुरू करता है, सबसे पहला सवाल यही होता है कि एक अलग पहचान कैसे बनाई जाए। आज Rebel Foods दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट रेस्टोरेंट कंपनी है, जिसकी वैल्यूएशन करीब 1.4 बिलियन डॉलर लगभग 1,420 करोड़ रुपये है। लेकिन यह सफर इतना आसान नहीं था। इसकी नींव रखी थी IIM लखनऊ के दो दोस्तों—जायदीप बर्मन और कल्लोल बनर्जी ने।
कैसे शुरू हुई Rebel Foods की कहानी?
कोलकाता के रहने वाले जायदीप बर्मन को खाने का बेहद शौक था। इंजीनियरिंग और फिर IIM से एमबीए करने के बाद उन्होंने McKinsey जैसी बड़ी कंपनियों में काम किया। लेकिन कोलकाता के काठी रोल्स का स्वाद हमेशा उन्हें वापस भारत खींच लाया। 2010 में उन्होंने तय किया कि अब कुछ अपना शुरू करना है और भारत लौट आए। उनके दोस्त कल्लोल बनर्जी, जो जादवपुर यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग और फिर IIM लखनऊ से एमबीए कर चुके थे, ने भी इस सफर में उनका साथ दिया।
2011 में पुणे से उन्होंने Fsaasos की शुरुआत की, जो सिर्फ रोल्स बेचता था। लेकिन जल्दी ही उन्हें समझ आया कि सिर्फ रोल्स से बड़ा बिज़नेस बनना मुश्किल है। उन्होंने पिज्जा में हाथ आजमाया, लेकिन शुरुआती नाकामी ने उन्हें एक अहम सबक सिखाया। हर फूड ब्रांड को पहचान दिलाने वाला एक सिग्नेचर डिश होना जरूरी है।
रोल्स से पिज्जा और फिर बिरयानी तक
इसी सोच से उन्होंने Oven Story नाम से पिज्जा ब्रांड लॉन्च किया, जिसने सेल को बढ़ा दिया। इसके बाद तो उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2016 में आया Behrouz Biryani, जिसने ग्राहकों का दिल जीत लिया। फिर चीनी खाने के लिए Mandarin Oak, मीठे के लिए Sweet Truth और घर जैसा खाना देने के लिए The Good Bowl जैसे ब्रांड लॉन्च किए।
क्या है Rebel Foods का स्पेशल मॉडल?
Rebel Foods ने क्लाउड किचन मॉडल को अपनाया। यानी बिना किसी फिजिकल रेस्टोरेंट के सिर्फ किचन बनाना, जहां से ऑनलाइन ऑर्डर लेकर सीधे डिलीवरी की जाती है। इससे रेस्टोरेंट पर खर्च बचता है और अलग-अलग स्वाद ग्राहकों तक आसानी से पहुँचते हैं।
Rebel Foods का सफर रोल्स से शुरू हुआ, लेकिन आज यह कंपनी 70 शहरों में 450 से ज्यादा क्लाउड किचन चलाती है। इतना ही नहीं, यह भारत से बाहर UAE, UK और सिंगापुर तक कारोबार कर रही है। साल 2021-22 में कंपनी का रेवेन्यू 859 करोड़ रुपये था, जो बढ़कर FY 2024 में 1,420 करोड़ रुपये हो गया।