Onion Price: केंद्र सरकार ने आज से दिल्ली-एनसीआर में प्याज की बिक्री 35 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर शुरू की है। यह प्याज मोबाइल वैन और नेशनल को-ऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) की दुकानों से बेचा जा रहा है। प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है। उपभोक्ता मामले, खाद्य और पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन मंत्री प्रल्हाद जोशी ने दिल्ली के कृषि भवन से इस पहल की शुरुआत की। प्याज की सेल एनसीयूआई कॉम्प्लेक्स, राजीव चौक, पटेल चौक मेट्रो स्टेशन और नोएडा के अलग-अलग जगहों पर कुल 38 जगहों पर की जा रही है।
प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने की कोशिश
इस पहल का उद्देश्य प्याज की बढ़ती कीमतों को काबू में करना और बाजार में इसकी सप्लाई में सुधार करना है। फिलहाल, दिल्ली में प्याज की कीमतें 60 रुपये प्रति किलो से ऊपर हैं। सरकार ने उपभोक्ताओं को राहत देने और बिचौलियों की अनियमित मुनाफाखोरी को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। NCCF ने महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के किसानों से सीधे प्याज खरीदकर उसका स्टॉक तैयार किया है। उनका कहना है कि सीधे किसानों से प्याज खरीदकर और रियायती दर पर बेचकर, वे ग्राहकों को बढ़ती कीमतों के असर से बचाने में मदद कर रहे हैं।
प्याज के साथ-साथ टमाटर और आलू की कीमतों में भी काफी समय से बढ़ोतरी देखी जा रही है। जून में इन सब्जियों की कीमतें 15 से 58 प्रतिशत तक बढ़ गईं। हालांकि, सरकार का कहना है कि यह स्थिति अस्थायी है और जल्द ही आलू को छोड़कर अन्य सब्जियों की कीमतें नियंत्रित हो जाएंगी। पिछले महीने में टमाटर की थोक कीमत में 65.70 प्रतिशत, प्याज में 35.36 प्रतिशत और आलू में 17.57 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
थोक मूल्य वह होता है जो रिटलेर किसी उत्पाद को थोक रिटेलर से खरीदते समय चुकाते हैं। यह आमतौर पर एक बड़ी क्वांटिटी में खरीद के लिए प्रति यूनिट रिटेल के मुकाबले कम कीमत होती है।