मल्टी एसेट्स फंड में इनवेस्ट करने से होगी मोटी कमाई, एक्सपर्ट्स इस वजह से दे रहे निवेश की सलाह

मल्टी-एसेट एलोकेशन फंड्स (एमएएएफ) हाइब्रिड फंड की कैटेगरी में आते हैं। इनके लिए इक्विटी, डेट और गोल्ड में कम से कम 10 फीसदी निवेश करना अनिवार्य है। बाजार की स्थितियों के हिसाब से ये अलग-अलग एसेट्स में अपने इनवेस्टमेंट को एडजस्ट करते हैं, जिससे उतारचढ़ाव के बीच भी इनवेस्टर्स को अच्छा रिटर्न मिलता है

अपडेटेड May 05, 2025 पर 11:18 AM
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मल्टी एसेट्स फंड आम तौर पर दो तरह की स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करते हैं।

कुछ सेक्टर में वैल्यूएशंस अब भी ज्यादा है। बॉन्ड यील्ड में स्थिरता दिख रही है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि मल्टी-एसेट एलोकेशन फंड्स (एमएएएफ) में निवेश करने से शानदार रिटर्न मिल सकता है। एमएएएफ हाइब्रिड फंड की कैटेगरी में आते हैं। इनके लिए इक्विटी, डेट और गोल्ड में कम से कम 10 फीसदी निवेश करना अनिवार्य है। इन्हें रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट्स (आरईआईटी), इंफ्रास्ट्रक्चर इनवेस्टमेंट ट्रस्ट्स (इनविट्स) और विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों में निवेश करने की भी इजाजत होती है।

 MAAF की इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी

एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंडिया ऐसा देश है, जहां लोगों की भावनाएं सोने से जुड़ी हैं। ऐसे में multi-asset allocation funds (MAAFs) लोगों को गोल्ड में निवेश का अच्छा विकल्प है। खासकर अनिश्चित आर्थिक माहौल में सोने में निवेश में लोगों की दिलचस्पी बढ़ जाती है। मास्टर कैपिटल सर्विसेज की एवीपी अकांक्षा शुक्ला ने कहा, "मल्टी-एसेट फंड्स डायनामिक इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करते हैं। ये बाजार की स्थितियों के हिसाब से अलग-अलग एसेट्स में निवेश करते हैं। ये फंड्स उन इनवेस्टर्स के लिए सही हैं, जो निवेश में बैलेंस्ड एप्रोच चाहते हैं।"


गोल्ड में भी निवेश का मौका

एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि इंटरेस्ट रेट्स के पीक पर होने से बॉन्ड्स की यील्ड काफी अट्रैक्टिव है। उधर, गोल्ड में लगातार तेजी का ट्रेंड है। दुनिया में जियोपॉलिटिकल टेंशन और इनफ्लेशन बढ़ने के डर से सोने की चमक बढ़ रही है। इनवेस्टर्स हेजिंग के लिए सोने में निवेश कर रहे हैं। ऐसे में मल्टी एसेट एलोकेशन फंड में निवेश करना फायदेमंद रहेगा। बजाज फिनसर्व म्यूचुअल फंड के सीनियर फंड मैनेजर (इक्विटी) सौरव गुप्ता ने कहा कि उतारचढ़ाव वाले बाजार में MAAF इनवेस्टमेंट के लिए सही है।

बाजार की स्थितियों के हिसाब से निवेश

गुप्ता ने कहा कि MAAF कई एसेट क्लास में इनवेस्ट करते हैं, जिससे इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो के रिटर्न में स्टैबिलिटी आती है। टैक्स के लिहाज से भी एमएएएफ में निवेश फायदेमंद है। मल्टी एसेट्स फंड आम तौर पर दो तरह की स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल करते हैं। पहली डायनेमिक एसेट एलोकेशन है, जिसमें फंड बाजार की स्थितियों के हिसाब से अपने एसेट ऐलोकेशन में बदलाव करता है। दूसरा फिक्स्ड एसेट एलोकेशन है, जिसमें फंड पहले से तय लिमिट के हिसाब से एसेट्स में अपना निवेश बनाए रखता है। इससे इनवेस्टमेंट पर रिटर्न का अनुमान लगाना आसान हो जाता है।

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नए निवेशकों के लिए सही है MAAF

फंड्सइंडिया के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिरल मेहता ने कहा कि अगर आप नए निवेशक हैं और अलग-अलग एसेट क्लास में इनवेस्ट करना चाहते हैं तो आप कुछ पैसा मल्टी एसेट फंड में लगा सकते हैं। जहां प्योर (pure) इक्विटी फंड लंबी अवधि में वेल्थ क्रिएशन के लिए बेहतर है वही MAAF पोर्टफोलियो को स्थिरता प्रदान करता है। यह इनवेस्टमेंट पर अच्छे रिटर्न के साथ निवेश को सुरक्षा भी देता है।

अभिनव कॉल

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यह बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। किसी इनवेस्टमेंट ऑप्शन में पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट की सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को पैसा लगाने की यहां कभी सलाह नहीं दी जाती है।

MoneyControl News

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First Published: May 05, 2025 11:04 AM

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