Personal Loan EMI: पर्सनल लोन की EMI चूक गए, जानिए क्रेडिट स्कोर पर क्या होगा असर

Personal Loan EMI: क्या सिर्फ एक EMI मिस करना आपके क्रेडिट स्कोर को बर्बाद कर सकता है? कई लोग इसे छोटी गलती समझते हैं, लेकिन इसके असर इतने गहरे होते हैं कि आने वाले सालों तक आपके लोन, ब्याज दर और क्रेडिट प्रोफाइल पूरी तरह बदल सकते हैं। जानिए डिटेल।

अपडेटेड Nov 17, 2025 पर 10:57 PM
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Personal Loan की सिर्फ एक EMI मिस करने से क्रेडिट स्कोर 50-70 पॉइंट तक गिर सकता है।

Personal Loan EMI: पर्सनल लोन की EMI मिस होना कई लोगों को छोटी गलती लग सकता है, लेकिन इसके असर तुरंत शुरू हो जाते हैं। EMI मिस होने से आपका क्रेडिट स्कोर गिरता है, भविष्य में लोन लेने की क्षमता कमजोर होती है और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब हो सकती है।

इसी वजह से आपको हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि कोई भी EMI या बकाया भुगतान ड्यू डेट से पहले कर दिया जाए। EMI मिस करना बैंक की नजर में फाइनेंशियल कमजोरी और खराब मैनेजमेंट माना जाता है।

क्रेडिट स्कोर पर तगड़ी चोट


पर्सनल लोन की सिर्फ एक EMI मिस करने से क्रेडिट स्कोर 50-70 पॉइंट तक गिर सकता है। अगर देरी 30 दिन या उससे ज्यादा की हो जाए, तो यह गिरावट बढ़कर 90-100 पॉइंट तक पहुंच सकती है।

क्रेडिट स्कोर का सबसे बड़ा हिस्सा आपकी पेमेंट हिस्ट्री से तय होता है। यही कारण है कि CIBIL, Experian, CRIF High Mark और Equifax जैसे क्रेडिट ब्यूरो EMI मिस होने को आपकी रिपोर्ट में कई सालों तक दिखाते हैं।

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लेट फीस, डिफॉल्ट का खतरा

  • EMI की देरी पर लेट पेमेंट चार्ज आमतौर पर बकाया EMI का 1% से 2% होता है।
  • इसके साथ ओवरड्यू रकम पर पेनल इंटरेस्ट भी लगता है।
  • अगर 90 दिन तक EMI नहीं भरी गई, तो आपका लोन NPA घोषित हो सकता है।
  • इसका क्रेडिट प्रोफाइल को बड़ा नुकसान होता है, जिसका असर लंबे वक्त तक रहता है।
  • इससे आगे चलकर आपको लोन मिलने की संभावना बेहद कम हो जाती है।

अगर EMI बार-बार मिस होती है, तो कलेक्शन कॉल, मैसेज, रिकवरी विजिट और गंभीर मामलों में कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। डिफॉल्ट का रिकॉर्ड कई वर्षों तक क्रेडिट रिपोर्ट में रहता है। इससे नया पर्सनल लोन, होम लोन या क्रेडिट कार्ड लेना काफी मुश्किल हो जाता है।

क्रेडिट स्कोर कैसे बचाएं?

  • EMI टाइम पर भरने के लिए बैंक अकाउंट में ऑटो-डेबिट सेट करें, ताकि कोई ड्यू डेट मिस न हो।
  • अगर वित्तीय दिक्कत है, तो किसी फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।
  • जरूरत पड़े तो बैंक से री-स्ट्रक्चरिंग या मोरेटोरियम की मांग करें, बजाय चुपचाप डिफॉल्ट करने के।
  • कम से कम 3 महीने की EMI जितना इमरजेंसी फंड जरूर रखें।
  • अपनी क्रेडिट रिपोर्ट नियमित रूप से चेक करें और अगर कोई गलती दिखे तो तुरंत क्रेडिट ब्यूरो से संपर्क करें।

EMI मिस करना हल्की गलती नहीं

EMI मिस होना सिर्फ एक चूक नहीं है। यह आपकी क्रेडिट विश्वसनीयता को लंबे समय के लिए कमजोर कर देता है। खराब क्रेडिट स्कोर का मतलब है भविष्य में महंगे लोन, ज्यादा ब्याज और सीमित फाइनेंशियल विकल्प। इसलिए समय पर भुगतान और सही प्लानिंग ही आपको बड़े आर्थिक नुकसान से बचा सकती है।

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