Get App

पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं? इन महंगे गलतियों से बचें, वरना EMI बनेगी बोझ!

Personal Loan लेते समय सबसे बड़ी गलती सिर्फ कम EMI देखकर लंबा टेन्योर चुन लेना है, जिससे कुल ब्याज बहुत बढ़ जाता है और लोन सालों तक बोझ बना रहता है।​ दूसरी बड़ी गलती है बिना तुलना किए सिर्फ अपने बैंक या पहले ऑफर पर हां कर देना और प्रोसेसिंग फीस, इंश्योरेंस और प्रीपेमेंट चार्ज जैसी बारीक शर्तें न पढ़ना, जिससे लोन महंगा और रिपेमेंट मुश्किल हो जाता है।​

Shradha Tulsyanअपडेटेड Dec 10, 2025 पर 11:01 PM
पर्सनल लोन लेने जा रहे हैं? इन महंगे गलतियों से बचें, वरना EMI बनेगी बोझ!

पर्सनल लोन आजकल ऐप पर कुछ क्लिक से मिल जाता है, लेकिन यही आसानी कई बार महंगा पड़ जाता है। बैंक का प्री-अप्रूव्ड ऑफर देखकर बिना सोचे लोन ले लेना आम है, लेकिन ब्याज दरें सबसे ऊंची होने से छोटी चूक सालों का बोझ बन जाती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि समस्या लोन लेने में नहीं, बल्कि जल्दबाजी में फैसला लेने में है। आइए जानें वो गलतियां जो ज्यादातर उधारकर्ता करते हैं।

कम EMI का चक्कर

लोग अक्सर कम मासिक किस्त (EMI) वाले लोन चुन लेते हैं, जो टेन्योर बढ़ाकर सस्ता लगता है। लेकिन इससे कुल ब्याज कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे समझें 3 लाख का लोन 12% ब्याज पर 3 साल में 60 हजार ब्याज बनेगा, लेकिन 5 साल का टेन्योर चुनने पर ये 1 लाख पार कर सकता है। सलाह ये दी जाती है कि कुल पेमेंट चेक करें, छोटा टेन्योर चुनें अगर बजट हो।

एक ही बैंक पर भरोसा

अपने पुराने बैंक का ऑफर देखकर तुरंत मान लेना गलत है। अलग-अलग बैंक और NBFC में 1-2% ब्याज का फर्क होता है, जो लाखों की बचत करा सकता है। प्रोसेसिंग फीस (1-3%), GST और छिपे चार्ज भी जोड़ें तो सही सौदा मिलना मुश्किल। कम से कम 3-4 ऑफर कंपेयर करें, क्रेडिट स्कोर चेक करवाएं।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें