किसानों की मदद के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना आज देश के करोड़ों किसानों की बड़ी उम्मीद बन चुकी है। खेती में मेहनत करने वाले छोटे और सीमांत किसान अक्सर पैसों की तंगी से जूझते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार ने उन्हें राहत देने के लिए हर साल ₹6,000 की सहायता सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर करने की व्यवस्था की है। ये राशि तीन बराबर किस्तों में दी जाती है, जिससे किसानों को बुआई, खाद, बीज और अन्य खर्चों में मदद मिलती है। ये योजना न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करती है, बल्कि उनकी आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक अहम कदम है।
अब तक सरकार इस योजना के तहत 19 किस्तें जारी कर चुकी है और लाखों किसान 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। ये योजना किसानों को सम्मान और सहारा दोनों देती है।
पहली किस्त गोरखपुर से हुई थी शुरू
24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से इस योजना की पहली किस्त किसानों के खातों में भेजी थी। तब से लेकर अब तक 19 किस्तें किसानों को मिल चुकी हैं। अब सभी किसानों की नजरें 20वीं किस्त पर टिकी हैं, जो 2025 की दूसरी तिमाही में आने की उम्मीद है।
पीएम किसान योजना के तहत हर साल तीन किस्तें दी जाती हैं—अप्रैल-जुलाई, अगस्त-नवंबर और दिसंबर-मार्च में। ऐसे में अनुमान है कि 20वीं किस्त जून 2025 के अंत तक जारी की जा सकती है। वहीं, 21वीं किस्त अक्टूबर 2025 तक किसानों को मिल सकती है।
आधार या मोबाइल नंबर से कैसे जानें स्टेटस?
अगर आपने इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है और अपनी किस्त की स्थिति जानना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स फॉलो करें:
कैसे देखें लाभार्थियों की लिस्ट?
अगर आप जानना चाहते हैं कि आपके गांव या जिले में किस-किस किसान को योजना का लाभ मिल रहा है, तो इसके लिए:
रजिस्ट्रेशन नंबर से चेक करें स्टेटस
अगर आपके पास रजिस्ट्रेशन नंबर है, तो आप सीधे अपनी किस्त की स्थिति जान सकते हैं:
अब तक कितनी रकम दी जा चुकी है?
सरकार द्वारा इस योजना पर अब तक ₹75,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा चुके हैं, और करोड़ों किसानों को इसका लाभ मिल चुका है। ये योजना देशभर के किसानों को नियमित आय प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी, जो आज ग्रामीण भारत की रीढ़ बन चुकी है।