पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (पीएमएस) के फंड मैनेजर्स उन सेक्टर और स्टॉक्स में निवेश करते हैं जिनके ज्यादा रिटर्न देने की संभावना होती है। मनीकंट्रोल ने कुछ पीएमएस के इनवेस्टमेंट एप्रोच को जानने की कोशिश की है। फाइनेंशियल सर्विसेज पीएमएस फंड मैनेजर्स के बीच सबसे ज्यादा पंसद किया जाने वाला सेक्टर है। इस साल अगस्त के अंत में पीएमएस इंडस्ट्री का करीब 22.6 फीसदी निवेश इस सेक्टर में था। इस सेक्टर के तहत पब्लिक और सरकारी बैंक, एसेट मैनेजमेंट कंपनियां, स्टॉक ब्रेकिंग कंपनियां, इंश्योरेंस और फिनटेक कंपनियां आती हैं।
फिसडम के रिसर्च हेड नीरव कारकेरा ने कहा कि मार्जिन कंप्रेशन और क्रेडिट ग्रोथ में सुस्ती बैंकिंग सेक्टर के लिए बड़े चैलेंज हैं। लेकिन, प्राइवेट बैंक, एनबीएफसी और वेल्थ मैनेजमेंट कंपनियों की ग्रोथ अच्छी रहने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट बैंकों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। उनकी एसेट क्वालिटी बेहतर हुई है। एनपीए घटा और अच्छी ग्रोथ का फायदा उन्हें मिल रहा है। इसके अलावा कुछ चुनिंदा एनबीएफसी और माइक्रो-फाइनेंस कंपनियों का प्रदर्शन अच्छा है। खासकर उनका प्रदर्शन अच्छा है, जो उन क्षेत्रों में सेवाएं दे रही हैं, जहां बैंकिंग सेवाएं का अभाव है।
इस सेक्टर में पीएमएस इंडस्ट्री का 12 फीसदी ऐलोकेशन है। यह पीएमएस फंड मैनेजर्स के बीच दूसरा सबसे लोकप्रिय सेक्टर है। गेनिंग ग्राउंड इनवेस्टमेंट सर्विसेज के डायरेक्टर रवि कुमार टीवी ने कहा कि इस सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन और हेवी मशीनरी कंपनियां आती हैं। इन कंपनियों का प्रदर्शन तब अच्छा रहता है जब इकोनॉमी की ग्रोथ अच्छी रहती है। केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार का फोकस पूंजीगत खर्च पर रहा है। सरकार देशभर में इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर बनाने पर जोर दे रही है। उसने मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।
पिछले 15-18 महीनों में फार्मा और हेल्थकेयर शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। इससे पहले 2022 में दोनों का प्रदर्शन कमजोर था। लोगों की इनकम बढ़ने और इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स तक लोगों की पहुंच बढ़ने से हेल्थकेयर इंडस्ट्री को फायदा हो रहा है। ट्रेडजिनी के चीफ ऑपरेटिंग अफसर त्रिवेश ने कहा कि मेडिकल टूरिज्म में इंडिया ग्लोबल लीडर हो गया है। दुनियाभर से लोग इंडिया इलाज कराने के लिए आ रहे हैं। इसकी मुख्य वजह यह नहीं है कि यहां इलाज की आधुनिक सुविधाएं हैं बल्कि यहा इलाज करना काफी सस्ता है। इस सेक्टर में पीएमएस इंडस्ट्री का करीब 8.7 फीसदी एलोकेशन है।
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ज्यादातर ऑटो स्टॉक्स का प्रदर्शन पिछले एक साल में अच्छा रहा है। इसकी वजह गाड़ियों की अच्छी डिमांड है। कंपनियों को नए मॉडल्स लॉन्च करने का भी फायदा मिला है। उधर, कमोडिटी की कीमतों में स्थिरता भी कंपनियों के पक्ष में रही है। बीते एक साल में बीएसई ऑटो इंडेक्स 67 फीसदी चढ़ा है। पीएमएस इंडस्ट्री ने इस सेक्टर में 6.2 फीसदी निवेश किया है। फंड मैनेजर्स का मानना है कि ऑटो कंपनियों को घरेलू बाजार में अच्छी मांग के साथ ही एक्सपोर्ट का भी सपोर्ट मिला है। ग्रीन पोर्टफोलियो पीएमएस के फाउंडर दिवम शर्मा ने कहा कि प्रीमियम गाड़ियों की अच्छी मांग दिखी है। इसकी वजह लोगों की इनकम में हुई अच्छी ग्रोथ है।