RBI ने फ्लोटिंग इंटरेस्ट लोन में EMI का इंटरेस्ट रेस्ट तय करने के लिए गाइडलाइंस जारी कर दी है। 18 अगस्त को जारी इस गाइडलाइंस में सभी रजिस्टर्ड एंटिटीजी (RE) को लोन के ग्राहकों को स्पष्ट रूप से लोन के बेंचमार्क इंटरेस्ट रेट में बदलाव के संभावित असर के बारे में बताने को कहा गया है। इसका मतलब है कि बैंकों को अपने ग्राहकों को यह साफ तौर पर बताना होगा कि बेंचमार्क इंटरेस्ट रेट में बदलाव से उनके लोन की EMI या उसकी अवधि (tenor) पर क्या असर पड़ेगा। केंद्रीय बैंक ने इस बारे में एक रिलीज जारी किया है।