Credit Cards

Retirement Planning: रिटायरमेंट पर मिलने वाले 50 लाख रुपये के निवेश से हर महीने मैक्सिमम कितनी इनकम हो सकती है?

फाइनेंशियल एडवाइजर्स का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति को रिटायरमेंट पर 50-60 लाख रुपये मिलने जा रहे हैं तो उसे अपने रिटारमेंट बाद के खर्चों के लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है। आज कई ऐसे विकल्प हैं, जिनमें इनवेस्ट करने पर हर महीने रेगुलर इनकम हो सकती है

अपडेटेड Jul 11, 2025 पर 1:00 PM
Story continues below Advertisement
पोस्ट ऑफिस की ऐसी दो स्कीमें हैं, जिनमें रिटायरमेंट का पैसा इनवेस्ट कर हर महीने रेगुलर इनकम हासिल की जा सकती है।

रोहित सिंह प्राइवेट नौकरी करते हैं। रिटायरमेंट पर उन्हें ईपीएफ और ग्रैच्युटी आदि मिलाकर 50 लाख रुपये मिलने वाले हैं। रिटायरमेंट करीब आने पर वह हर महीने के अपने खर्च को लेकर चिंतित हैं। रिटायरमेंट के बाद हर महीने बैंक अकाउंट में आने वाली सैलरी बंद हो जाएगी। ईपीएस से पेंशन आएगी, लेकिन वह पूरे महीने के खर्च के लिए पर्याप्त नहीं होगी। सिंह रिटायरमेंट का पैसा शेयरों और म्यूचुअल फंडों में नहीं लगाना चाहते। सवाल है कि उन्हें रेगुलर इनकम के लिए इस पैसे का कहां निवेश करना चाहिए?

आज निवेश के कई सुरक्षित विकल्प उपलब्ध हैं

मनीकंट्रोल ने सिंह और उनके जैसे लोगों की प्रॉब्लम सॉल्व करने के लिए फाइनेंशियल एडवाइजर्स से बात की। उनका कहना है कि शेयरों और म्यूचुअल फंडों के अलावा निवेश के दूसरे ऐसे ऑप्शंस हैं, जिनमें निवेश कर रेगुलर इनकम (Regular Monthly Income) हासिल किया जा सकता है। इनमें बैंक एफडी, पोस्ट ऑफिस की इनवेस्टमेंट स्कीम, कॉर्पोरेट बॉन्ड्स आदि शामिल हैं। लेकिन, सिंह जैसे लोगों का फोकस चूंकि हर महीने रेगुलर इनकम है तो उनके लिए विकल्प बहुत कम बच जाते हैं।


पोस्ट ऑफिस की स्कीमों में निवेश में पैसे डूबने का डर नहीं

पोस्ट ऑफिस की ऐसी दो स्कीमें हैं, जिनमें रिटायरमेंट का पैसा इनवेस्ट कर हर महीने रेगुलर इनकम हासिल की जा सकती है। खास बात यह है कि चूंकि ये सरकार की स्कीमें हैं, जिससे इनमें न तो पैसे डूबने का डर है और न किसी तरह के फ्रॉड की आशंका है। बीते कुछ सालों में इंडिया पोस्ट ने भी अपनी सेवाओं को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लाने की कोशिश की है। इससे लोगों की दिलचस्पी इनमें बढ़ी हैं।

इन दों स्कीमों का उठाया जा सकता है फायदा

पोस्ट की सीनियर सिटीजंस स्कीम (SCSS) और पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) सिंह जैसे लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो सकती हैं। एससीएसएस की शुरुआत 2004 में हुई थी। 60 और इससे ज्यादा उम्र के लोग इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं। अकेले या ज्वाइंट नाम से इस स्कीम में निवेश किया जा सकता है। इस स्कीम का इंटरेस्ट रेट 8.2 फीसदी है, जिसका पेमेंट हर तिमाही होता है। इस स्कीम में मैक्सिमम 30 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है। यह 5 साल के लिए होगा। उसके बाद इसे 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। सिंह अगर SCSS में 30 लाख रुपये इनवेस्ट करते हैं तो उन्हें हर तिमाही 61,500 रुपये का इंटरेस्ट मिलेगा। इसका मतलब है कि उन्हें हर महीने 20,000 रुपये का इंटरेस्ट मिलेगा।

यह भी पढ़ें: सिर्फ 8 फीसदी पर मिल जाएगा Gold Loan, ये बैंक सबसे कम इंटरेस्ट पर दे रहे लोन

हर महीने के खर्च के लिए रेगुलर इनकम

सिंह 15 लाख रुपये का निवेश पोस्ट ऑफिस मंथली स्कीम (POMIS) में कर सकते हैं। इस स्कीम में अकेले 9 लाख रुपये और ज्वाइंट रूप से 15 लाख रुपये इनवेस्ट किया जा सकता है। सिंह अपनी पत्नी के साथ मिलकर इस स्कीम में ज्वाइंट अकाउंट ओपन कर सकते हैं। इस स्कीम का इंटरेस्ट रेट सालाना 7.4 फीसदी है। इस स्कीम में 15,00,000 रुपये निवेश करने पर सिंह को हर महीने 9,250 रुपये की इनकम होगी। इस तरह एससीएसएस और पीओएमआईएस को मिलाकर सिंह को हर महीने करीब 30,000 रुपये की इनकम होगी। वह बाकी 5 लाख रुपये बैंक एफडी में रख सकते हैं। यह पैसा उनके लिए इमर्जेंसी फंड का काम करेगा।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।