पति-पत्नी इन 10 बातों का ध्यान रखेंगे तो कभी नहीं होगी पैसे की कमी, परिवार की सेविंग्स और निवेश दोनों बढ़ेंगे

कई बार अच्छी कमाई के बावजूद परिवार को पैसे की तंगी का सामना करना पड़ता है। इसकी सबसे बड़ी वजह रुपये-पैसे के मामलों को लेकर पति और पत्नी के बीच तालमेल का अभाव है। खर्च, सेविंग्स और इनवेस्टमेंट के फैसले दोनों के मिलकर लेने पर यह प्रॉब्लम खत्म हो जाती है

अपडेटेड Nov 23, 2024 पर 5:57 PM
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पैसे-रुपये के मामले में पत्नी और पत्नी को खुलकर बात करना जरूरी है। सबसे पहले दोनों के पास परिवार की सही इनकम की जानकारी होनी चाहिए।

आए दिन ऐसे मामले आते हैं, जिसमें अच्छी कमाई के बावजूद परिवार को पैसे की तंगी का सामना करना पड़ता है। इसकी सबसे बड़ी वजह रुपये-पैसे के मामलों को लेकर पति और पत्नी के बीच तालमेल का अभाव है। खर्च, सेविंग्स और इनवेस्टमेंट के फैसले दोनों के मिलकर लेने पर यह प्रॉब्लम खत्म हो जाती है। अगर आपका परिवार भी अच्छी इनकम के बावजूद पर्याप्त सेविंग्स और निवेश नहीं कर पा रहा है, तो इन 10 बातों पर अमल करने से फायदा हो सकता है।

1. एक-दूसरे को अपनी इनकम बताएं

पैसे-रुपये के मामले में पत्नी और पत्नी को खुलकर बात करना जरूरी है। सबसे पहले दोनों के पास परिवार की सही इनकम की जानकारी होनी चाहिए। अगर सिर्फ पति की इनकम है तो उसके बारे में पति का जानना जरूरी है। अगर पत्नी की भी इनकम है तो उसके बारे में पति का जानना जरूरी है। इससे यह पता चलता है कि हर महीने परिवार की कुल इनकम कितनी है। इससे खर्च, सेविंग्स और निवेश का प्लान बनाना आसान हो जाता है।

2. कॉमन फाइनेंशियल लक्ष्य बनाएं


ऐसे कई खर्च और वित्तीय लक्ष्य होते हैं जो पति और पत्नी के लिए कॉमन होते हैं। बच्चों की उच्च शिक्षा और शादी-विवाह इसके उदाहरण हैं। घर या घर खरीदना भी कॉमन फाइनेंशियल गोल हैं। ऐसे लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पति और पत्नी दोनों को मिलकर बनाना चाहिए। ऐसे वित्तीय लक्ष्यों के लिए लंबी अवधि का निवेश जरूरी है। लंबी अवधि के निवेश के लिए अनुशासन जरूरी है। यह अनुशासन तभी बना रह सकता है जब निवेश को लेकर पति और पत्नी दोनों की प्रतिबद्धता हो।

3. ज्वाइंट बजट बनाएं

घर के लिए ज्वाइंट बजट बनाने के कई लाभ हैं। इससे पता चल जाता है कि इनकम का कितना हिस्सा हर महीने के खर्च के लिए इस्तेमाल होगा, कितना सेविंग्स में जाएगा और कितना इनवेस्टमेंट के लिए इस्तेमाल होगा। खर्च का पूरे महीने का बजट बनाने और उसके लिए पैसे अलग कर देने से सेविंग्स और निवेश के प्लान में किसी तरह की रुकावट नहीं आती है।

4. वित्तीय जिम्मेदारियां का बंटवारा करें

पति और पत्नी के बीच वित्तीय जिम्मेदारियों का बंटवारा जरूरी है। सिर्फ एक व्यक्ति पर पूरी जिम्मेदारी होने से समस्या पैदा होती है। उदाहरण के लिए एक व्यक्ति बिल पेमेंट की जिम्मेदारी संभाल सकता है। दूसरा व्यक्ति निवेश से जुड़े काम की जिम्मेदारी संभाल सकता है। इससे दोनों काम आसानी से पूरे हो जाएंगे।

5. इमर्जेंसी फंड बनाएं

परिवार के पास इमर्जेंसी फंड होना जरूरी है। यह फंड 3-6 महीने के खर्च के लिए होना चाहिए। इससे कभी पैसे की अचानक जरूरत पड़ने पर परिवार को मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ता है। इस इमर्जेंसी फंड को धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है।

6. बड़ी खरीदारी के लिए प्लान

अगर कोई बड़ी खरीदारी करनी है तो उसके लिए पहले से प्लान होना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आप कार खरीदना चाहते हैं तो आपको पत्नी के साथ मिलकर इसका प्लान बनाना होगा। इससे कार खरीदने के लिए पैसे जुटाने या लोन लेने में आसानी होगी। आप परिवार के लिए सही कार का भी चुनाव कर सकेंगे।

7. वित्तीय टारगेट के लिए निवेश

पति और पत्नी को मिलकर यह तय करना होगा कि उनके फाइनेंशियल गोल क्या-क्या हैं और उन्हें पूरा करने के लिए हर महीने कितना पैसा निवेश करना होगा। फिर सोचसमझकर यह तय करना होगा कि आपको यह निवेश कहां करना है। म्यूचुअल फंडों में सिप से निवेश लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार करने में मददगार है।

8. व्यक्तिगत पंसद का ख्याल

पति और पत्नी को एक दूसरे की व्यक्तिगत पसंद का ख्याल रखना जरूरी है। उदाहरण के लिए ब्यूटी पार्लर पत्नी की जरूरत हो सकती है। पति को इस जरूरत को समझना होगा और उसके लिए बजट का कुछ हिस्सा तय करना होगा। पति की भी अपनी कुछ पंसद हो सकती है। पत्नी को भी उस पसंद का ध्यान रखना होगा।

9. विवाद होने पर खुलकर करें बातचीत

कई बार किसी मसले पर पति और पत्नी के बीच मतभेद हो जाता है। इससे दोनों के बीच दूरियां बढ़ने लगती हैं। ऐसी नौबत न आए, इसके लिए किसी मसले पर दोनों का खुलकर बातचीत करना जरूरी है।

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10. उपलब्धियों का मिलकर मनाए जश्न

परिवार से जुड़ी उपलब्धियों का मिलकर जश्न मनाना जरूरी है। उदाहरण के लिए अगर पति का प्रमोशन होता है तो इसका जश्न पूरे परिवार को मनाना चाहिए। अगर बेटा या बेटी किसी एग्जाम में अच्छे नंबर लाते हैं तो उसकी खुशी मिलकर मनाने की जरूरत है।

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First Published: Nov 23, 2024 5:50 PM

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