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SBI कार्ड के ग्राहकों को पर पड़ेगा असर, 15 जुलाई 2025 से लागू होंगे नए नियम

SBI कार्ड ने अपने क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए कई अहम बदलावों की घोषणा की है। ये नए बदलाव जो 15 जुलाई 2025 से लागू होंगे। इन बदलावों में एयर एक्सीडेंट इंश्योरेंस खत्म करना, मिनिमम अमाउंट ड्यू की नई कैलकुलेशन और पेमेंट सेटलमेंट के नियमों में बदलाव शामिल हैं

अपडेटेड Jun 17, 2025 पर 5:02 PM
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SBI कार्ड ने अपने क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए कई अहम बदलावों की घोषणा की है।

SBI कार्ड ने अपने क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए कई अहम बदलावों की घोषणा की है। ये नए बदलाव जो 15 जुलाई 2025 से लागू होंगे। इन बदलावों में एयर एक्सीडेंट इंश्योरेंस खत्म करना, मिनिमम अमाउंट ड्यू (Minimum Amount Due - MAD) की नई कैलकुलेशन और पेमेंट सेटलमेंट (Payment Settlement) के नियमों में बदलाव शामिल हैं।

अब नहीं मिलेगा फ्री एयर एक्सीडेंट इंश्योरेंस

अब तक कई SBI प्रीमियम कार्ड्स पर ग्राहकों को मुफ्त एयर एक्सीडेंट इंश्योरेंस का फायदा मिलता था। लेकिन 15 जुलाई 2025 से यह सुविधा बंद की जा रही है। इनमें कई और सुविधाएं भी शामिल हैं।


SBI Card ELITE, Miles ELITE और Miles PRIME: इन पर मिलने वाला ₹1 करोड़ का फ्री एयर एक्सीडेंट कवर खत्म होगा।

SBI Card PRIME और PULSE: इन पर मिलने वाला 50 लाख रुपये का कवर भी बंद किया जाएगा।

को-ब्रांडेड कार्ड्स पर यह सुविधा 11 अगस्त 2025 से बंद होगी, जिनमें कई कार्ड्स शामिल हैं।

1 करोड़ रुपये का कवर बंद होगा: यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब एंड सिंध बैंक (PSB), करूर वैश्य बैंक (KVB) और इलाहाबाद बैंक के एलीट (ELITE) कार्ड्स।

50 लाख रुपये का कवर बंद होगा: यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब एंड सिंध बैंक (पीएसबी), करूर वैश्य बैंक, साउथ इंडियन बैंक, कर्नाटक बैंक, सिटी यूनियन बैंक और इलाहाबाद बैंक द्वारा जारी किए गए प्राइम कार्ड्स, तथा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई), ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी), फेडरल बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के जारी किए गए प्लैटिनम कार्ड्स पर इंश्योरेंस कवर बंद होगा।

मिनिमम अमाउंट ड्यू (MAD) की नई कैलकुलेशन

अब SBI कार्ड का Minimum Amount Due (MAD) इस तरह से निकाला जाएगा।

100% GST

100% EMI अमाउंट।

100% फीस और अन्य चार्ज।

100% फाइनेंस चार्ज।

ओवरलिमिट राशि (अगर कोई हो)

बैलेंस अमाउंट का 2%

इस बदलाव का मतलब है कि अब MAD थोड़ा ज्यादा हो सकता है, और इसे समय पर न चुकाने पर ज्यादा ब्याज लग सकता है।

पेमेंट का नया मॉडल

अब जब आप अपने कार्ड का बकाया अमाउंट चुकाएंगे, तो पेमेंट का एक तय सेट होगा।

GST

EMI अमाउंट

फीस और चार्जेस

फाइनेंस चार्जेस

बैलेंस ट्रांसफर

रिटेल कॉस्ट

कैश एडवांस

कार्डधारकों को सलाह

SBI कार्डधारकों को सलाह दी जाती है कि वे इन नए बदलावों को ध्यान से पढ़ें, और अपने कार्ड इस्तेमाल और पेमेंट की योजना उसी तरह बनाएं, ताकि किसी प्रकार की असुविधा या अतिरिक्त चार्ज से बचा जा सके। SBI के इन बदलावों से कार्ड का खर्च और उसकी EMI प्लानिंग पर असर पड़ सकता है।

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