Senior Citizen Savings Scheme: वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) को सरकार चला रही है। सरकार ने यह योजना बुजुर्ग लोगों को उनके बाद के सालों के लिए अधिक पैसे बचाने में मदद करने के लिए शुरू की है। कोई भी व्यक्ति जो कम से कम 60 साल का है इस योजना में निवेश कर सकता है। सरकार की योजना वरिष्ठ नागरिक बचत स्कीम इसलिए खास है क्योंकि इसमें मिलने वाला ब्याज बैंक एफडी की तुलना में अधिक होता है। SCSS में निवेश करने के कई फायदे हैं, लेकिन कुछ कमियां भी हैं। इसलिए योजना लेने से पहले वरिष्ठ नागरिकों को इसके फायदे और नुकसान के बारे में पता होना चाहिए।
SCSS योजना में इतना मिलता है ब्याज
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) निवेश पर बैंकों और डाकघरों से 8.2% ब्याज मिलता है। अप्रैल-जून में समाप्त होने वाली तिमाही के लिए सरकार ने ब्याज दर 8% से बढ़ाकर 8.2% कर दी। पूरे पीरियड के दौरान इस योजना में पैसा लगाने के बाद ब्याज दर समान रहती है। इस योजना में एक अप्रैल से वरिष्ठ नागरिक 30 लाख रुपए तक का निवेश कर सकते हैं।
SCSS योजना की एक बड़ी कमी यह है कि इस योजना में मिलने वाले ब्याज से टीडीएस काटा जा रहा है। अगर आपका इंटरेस्ट साल का 50,000 रुपये से अधिक है तो उस पर टीडएस कटता है। सिर्फ सरकारी स्कीम पब्लिक प्रॉविडेंट फंड में टीडीएस नहीं कटता है क्योंकि इस योजना में किए निवेश और उस पर मिलने वाले इंटरेस्ट पर टैक्स नहीं लगता है।
अभी इतना मिल रहा है ब्याज
SCSS पर 8.2% का ब्याज मिल रहा है। अभी एफडी पर कई बैकों के ब्याज बढ़ाने के बाद इससे ज्यादा ब्याज मिल रहा है। कई बैंक और एनबीएफसी 9.5 फीसदी तक का ब्याज सीनियर सिटीजन को दे रहे हैं। यानी, अब वरिष्ठ नागरिकों के पास ज्यादा ब्याज के लिए पहले से ज्यादा ऑप्शन हैं। ज्यादा ब्याज पाने के लिए सीनियर सिटीजन पुराने SCSS खाते को बंद कर, कहीं और भी निवेश कर सकते हैं। हालांकि, SCSS खाते को समय से पहले बंद करने पर बैंक कुछ चार्ज वसूल सकता है।
सिर्फ ये कर सकते हैं निवेश
केवल वरिष्ठ नागरिक जिनकी आयु कम से कम 60 वर्ष है, वे ही SCSS खाता खोल सकते हैं। प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी जो जल्दी रिटायर होना चाहते हैं, वे इस योजना में निवेश नहीं कर सकते। एससीएसएस खातों में किए गए निवेश में 5 साल की लॉक-इन पीरियड होता है। इसे आप 3 साल के लिए एक्सटेंड कर सकते हैं। लॉक-इन पीरियड से पहले पैसा निकालने पर निवेशकों को चार्ज भी देना पड़ सकता है।