Silver Purity Test: चांदी का भाव इस आसमान पर है। MCX पर चांदी (Silver price today) 2.15 लाख रुपये प्रति किलो के पार पहुंच गई है। चांदी लोग अलग-अलग जरूरतों के लिए खरीदते हैं। कोई निवेश के लिए लेता है, कोई शादी-ब्याह या त्योहार पर गिफ्ट के लिए और कोई रोज पहनने वाले गहनों के तौर पर।
लेकिन इन सभी मामलों में सबसे अहम सवाल होता है- चांदी कितनी शुद्ध है। कई बार सस्ती डील के चक्कर में लोग कम शुद्ध या सिर्फ सिल्वर-प्लेटेड चांदी खरीद लेते हैं। इसी वजह से चांदी की शुद्धता और ग्रेड को समझना बहुत जरूरी हो जाता है।
चांदी की ग्रेड का मतलब क्या होता है?
चांदी की ग्रेड यह बताती है कि किसी गहने या आइटम में असली चांदी कितनी मात्रा में है। पूरी तरह शुद्ध चांदी बहुत नरम होती है, इसलिए उसमें मजबूती के लिए तांबा जैसी दूसरी धातुएं मिलाई जाती हैं।
शुद्धता को आमतौर पर 1000 के पैमाने पर मापा जाता है। जैसे 999 या 925। नंबर जितना बड़ा होगा, चांदी उतनी ही ज्यादा शुद्ध मानी जाएगी।
भारत में मिलने वाली चांदी की आम ग्रेड
चांदी की शुद्धता जानना क्यों जरूरी है
अगर शुद्धता की जानकारी न हो, तो ग्राहक कम क्वालिटी की चांदी के लिए ज्यादा पैसे चुका सकता है। कई बार लोग गलती से सिल्वर-प्लेटेड सामान को असली चांदी समझ लेते हैं। शुद्धता समझने से सही कीमत मिलती है, धोखाधड़ी से बचाव होता है और निवेश या गिफ्ट के लिए सही फैसला लिया जा सकता है।
खरीदते समय चांदी की पहचान कैसे करें
असली चांदी पर आमतौर पर 999, 925 या 800 जैसे नंबर लिखे होते हैं। कई बार हॉलमार्क, ज्वेलर का निशान या जांच एजेंसी की मुहर भी लगी होती है। अगर कोई स्टैम्प न दिखे, तो खरीदने से पहले सवाल जरूर करें।
क्या घर पर चांदी की जांच हो सकती है
घर पर कुछ आसान तरीके अपनाए जा सकते हैं। असली चांदी मैग्नेट से नहीं चिपकती। यह गर्मी की अच्छी चालक होती है, इसलिए इस पर रखा बर्फ जल्दी पिघलता है। समय के साथ असली चांदी काली भी पड़ सकती है। पूरी तरह पक्की जांच के लिए ज्वेलर एसिड टेस्ट या मशीन से जांच करते हैं।
सिल्वर-प्लेटेड और असली चांदी में फर्क
सिल्वर-प्लेटेड सामान में ऊपर से सिर्फ चांदी की पतली परत होती है। समय के साथ यह परत उतर जाती है और इसकी निवेश वैल्यू नहीं होती। लंबे समय के लिए हमेशा सॉलिड सिल्वर बेहतर माना जाता है।
खरीदारी से पहले इस बात का रखें ध्यान