SIP Calculator: SIP से कितने समय में बनेगा ₹10 लाख का फंड, हर महीने कितना करना होगा निवेश?
SIP Calculator: अगर आप 10 लाख रुपये का फंड बनाना चाहते हैं तो SIP एक बेहतर विकल्प है। आइए जानते हैं कि SIP से ₹10 लाख का फंड बनाने में कितना समय लगेगा। साथ ही, आपको हर महीने कितने पैसे म्यूचुअल फंड में डालने होंगे।
इक्विटी म्यूचुअल फंड में SIP पर लॉन्ग टर्म में औसतन 12% सालाना रिटर्न माना जाता है।
SIP Calculator: अगर आप 10 लाख रुपये का फंड बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए SIP बैंक में FD से बेहतर तरीका हो सकता है। लेकिन बड़ा सवाल है कि हर महीने कितनी रकम निवेश करनी होगी और कितने साल तक करना होगा? इस सवाल का जवाब इस बात पर निर्भर करता है कि आप हर महीने कितना निवेश कर सकते हैं और आपके इन्वेस्टमेंट पर सालाना रिटर्न कितना है।
SIP क्या है और क्यों बेहतर है?
SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान, म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक आसान तरीका है। इसमें आप हर महीने एक तय रकम निवेश करते हैं और यह रकम शेयर बाजार में म्यूचुअल फंड के जरिए लगाई जाती है। SIP का फायदा ये है कि आप धीरे-धीरे एक बड़ा फंड बना सकते हैं, और बाजार के उतार-चढ़ाव का असर औसत हो जाता है।
10 लाख रुपये कब तक बनेंगे?
इक्विटी म्यूचुअल फंड में SIP पर लॉन्ग टर्म में औसतन 12% सालाना रिटर्न माना जाता है। अब देखते हैं ₹1,000, ₹3,000 और ₹5,000 महीने की SIP से 10 लाख रुपये कब तक बनेंगे:
मंथली SIP
अनुमानित समय
कुल निवेश
अनुमानित रिटर्न
कुल वैल्यू
₹1,000
21 साल
₹2.52 लाख
₹7.48 लाख
₹10 लाख
₹3,000
12 साल 3 महीने
₹4.41 लाख
₹5.59 लाख
₹10 लाख
₹5,000
8 साल 10 महीने
₹5.30 लाख
₹4.70 लाख
₹10 लाख
नोट: यह कैलकुलेशन अनुमानित है और बाजार जोखिमों के अधीन है। वास्तविक रिटर्न अलग हो सकते हैं।
क्या समय कम-ज्यादा हो सकता है?
ये कैलकुलेशन 12% के अनुमानित सालाना रिटर्न पर आधारित हैं। हालांकि, रियल रिटर्न अलग हो सकता है। अगर आप कम रिटर्न (जैसे 10%) मानते हैं, तो साल की संख्या थोड़ी बढ़ जाएगी। हालांकि, आप SIP के जरिए अपने बच्चों की पढ़ाई, घर की डाउन पेमेंट या रिटायरमेंट के लिए अच्छा फंड बना सकते हैं।
इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान
SIP (Systematic Investment Plan) करते समय इन 5 बातों का जरूर ध्यान रखें:
लक्ष्य तय करें: SIP शुरू करने से पहले यह तय करें कि आप किस लक्ष्य के लिए निवेश कर रहे हैं। जैसे कि घर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई, रिटायरमेंट। इससे सही फंड और अवधि चुनने में मदद मिलेगी।
लंबी अवधि का नजरिया: SIP में असली फायदा कंपाउंडिंग से मिलता है, जो समय के साथ बढ़ता है। कम से कम 5–10 साल का नजरिया रखें ताकि बाजार की अस्थिरता का असर कम हो।
सही फंड चुनें: निवेश से पहले फंड का पिछला प्रदर्शन, रिस्क प्रोफाइल और फंड मैनेजर की प्रतिष्ठा जांचें। अपने जोखिम सहने की क्षमता के मुताबिक इक्विटी, हाइब्रिड या डेट फंड चुनें।
गिरावट से न डरें: SIP का फायदा ही यह है कि आप हर महीने एक निश्चित रकम निवेश करते हैं, चाहे बाजार ऊपर हो या नीचे। इससे औसत लागत घटती है, इसलिए बाजार के उतार-चढ़ाव को लेकर चिंता न करें।
SIP का रेगुलर रिव्यू: हर 6–12 महीने में अपने SIP पोर्टफोलियो की समीक्षा करें। जरूरत के अनुसार फंड बदलें या SIP रकम बढ़ाएं। लेकिन बार-बार बदलाव करने से बचें।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।