सिप से 10000 रुपये या सालाना 1.2 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश, किस तरीके के इस्तेमाल से तैयार होगा बड़ा फंड?

कैलकुलेशन से यह साबित हो चुका है कि एकमुश्त निवेश करने में फायदा है। इसकी वजह यह है कि निवेश के पहले दिन से ही कंपाउंडिंग का फायदा मिलना शुरू हो जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिप से निवेश करना उन इनवेस्टर्स के लिए काफी फायदेमंद है, जिनका मंथली कैश-फ्लो है

अपडेटेड Dec 06, 2025 पर 10:19 PM
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बाजार के तेजी के दौर में होने पर एकमुश्त निवेश का फायदा और बढ़ जाता है।

म्यूचुअल फंड की स्कीम में हर महीने सिप से निवेश करने पर बड़ा फंड तैयार हो जाता है। सिप से निवेश करना उन लोगों के लिए सही है, जो एकमुश्त बड़े अमाउंट का निवेश नहीं कर सकते। लेकिन, अगर इनवेस्टर एकमुश्त निवेश कर सकता है तो उसे सिप के रास्ते निवेश करना चाहिए या एकमुश्त निवेश करना चाहिए? दोनों में से किस तरीके के इस्तेमाल से उसे ज्यादा फायदा होगा?

एकमुश्त निवेश में कंपाउंडिंग का ज्यादा फायदा

एक्सपर्ट्स का कहना है कि कैलकुलेशन से यह साबित हो चुका है कि एकमुश्त निवेश करने में फायदा है। इसकी वजह यह है कि निवेश के पहले दिन से ही कंपाउंडिंग का फायदा मिलना शुरू हो जाता है। इनवेस्टर के पास दो विकल्प है। वह हर महीने सिप से म्यूचुअल फंड की स्कीम में 10000 रुपये का निवेश कर सकता है। इस तरह वह 12 महीने में कुल 1,20,000 रुपये का निवेश करता है। दूसरा तरीका यह है कि वह सालाना 1,20,000 रुपये का निवेश एकमुश्त कर सकता है।


तेजी के दौर में एकमुश्त निवेश से ज्यादा फायदा

यह देखा गया है कि एकमुश्त निवेश से कंपाउंडिंग का ज्यादा बेनेफिट मिलता है। वाइज फिनसर्व की डायरेक्टर और चीफ ऑपरेटिंग अफसर चारू पाहुजा ने कहा, "एकमुश्त निवेश में कैलकुलेशन के हिसाब से ज्यादा फायदा है। इसकी वजह यह है कि पैसा पूरे साल निवेश में बना रहता है।" अगर बाजार तेजी के दौर में है तो एकमुश्त निवेश का फायदा और बढ़ जाता है। अभी मार्केट में जो माहौल है, उसे देख तेजी जारी रहने की उम्मीद है।

शुरुआत में गिरावट पर एकमुश्त निवेश में नुकसान

स्क्रिपबॉक्स के फाउंडर और सीईओ अतुल सिंघल ने कहा कि एकमुश्त निवेश की स्ट्रेटेजी में सिक्वेंस रिस्क को ध्यान में रखने की जरूरत है। इसका मतलब है कि मार्केट में अगर शुरुआत में गिरावट आती है तो उसका खराब असर रिटर्न पर पड़ता है। उन्होंने कहा, "अगर निवेश के तुरंत बाद मार्केट 20-40 फीसदी गिर जाता है तो लंबी अवधि के रिटर्न में भी गिरावट आती है।" कई एनालिस्ट्स का कहना है कि एकमुश्त निवेश का फायदा बुल रन में होता है। लेकिन, उतारचढ़ाव वाले मार्केट में इसका आकर्षण घट जाता है।

सिप से निवेश में रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का लाभ

सिप से निवेश करने में रूपी कॉस्ट एवरेजिंग का लाभ मिलता है। पाहुजा ने कहा कि उतारचढ़ाव वाले बाजार में सिप से निवेश करने में फायदा है। इसकी वजह यह है कि मार्केट गिरने पर इनवेस्टर को ज्यादा यूनिट्स एलॉट होती हैं। 2008 की फाइनेंशियल क्राइसिस और 2020 में कोविड के समय मार्केट क्रैश करने के वक्त सिप से निवेश करने वाले लोगों को बाद के सालों में बहुत अच्छा रिटर्न मिला था।

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मंथली कैश-फ्लो होने पर सिप से निवेश करना सही

एक्सपर्ट्स का कहना है कि सिप से निवेश करना उन इनवेस्टर्स के लिए काफी फायदेमंद है, जिनका मंथली कैश-फ्लो है। ऐसे लोग अनुशासन के साथ लंबे समय तक निवेश कर सकते हैं। सिंघल ने कहा कि सिप मंथली इनकम के हिसाब से मैच करता है। इससे बगैर किसी दबाव लंबी अवधि में बड़ा फंड तैयार हो जाता है। एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि अगर किसी इनवेस्टर के पास एकमुश्त निवेश करने की क्षमता है तो वह दोनों तरीकों का एक साथ इस्तेमाल कर सकता है।

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