स्टॉक मार्केट में लगातार तेजी से निफ्टी और सेंसेक्स जैसे प्रमुख सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। साथ ही शेयरों की वैल्यूएशन काफी बढ़ गई है। ऐसे में कई निवेशक इनवेस्ट करने से डर रहे हैं। फाइनेंशियल एडवाइजर्स का भी कहना है कि कुछ स्टॉक्स बहुत महंगे हो गए हैं। इसलिए फिलहाल रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस बनाए रखना जरूरी है। अभी निवेश करने के लिए एग्रेसिव हाइब्रिड फंड्स अट्रैक्टिव लगते हैं। आइए पहले जानते हैं एग्रेसिव हाइब्रिड फंड क्या है और इसमें निवेश करना क्यों समझदारी है।
एग्रेसिव हाइब्रिड फंड का मतलब क्या है?
एग्रेसिव हाइब्रिड फंड म्यूचुअल फंड (Aggressive Hybrid Fund) की हाइब्रिड फंड की कैटेगरी में आते हैं। हाइब्रिड फंड का मतलब ऐस फंड से है, जो शेयरों और डेट (जैसे बॉन्ड्स) दोनों में इनवेस्ट करते हैं। एग्रेसिव हाइब्रिड फंड (Aggressive Hybrid Funds) अपना 65-80 फीसदी पैसा शेयरों में इनवेस्ट करते हैं और बाकी डेट एसेट्स में करते हैं। अभी मार्केट में उपलब्ध ज्यादातर एग्रेसिव हाइब्रिड फंडों के फंड मैनेजर्स ने करीब 70-75 फीसदी इक्विटी में औक 30-25 फीसदी डेट में निवेश किए हैं।
शेयरों में कितना है निवेश?
एसीई एमफ के डेटा के मुताबिक, पिछले चार साल में हाइब्रिड फंडों ने शेयरों में कम से कम 70 फीसदी निवेश बनाए रखा है। जुलाई के डेटा के मुताबिक, HSBC Aggresive Hybrid Fund ने इक्विटी में सबसे ज्यादा 77.68 फीसदी निवेश किया है। Shriram Aggressive Hybrid Fund ने शेयरों में सबसे कम 65.51 फीसदी निवेश किया है।
शेयरों में अपना निवेश घटाया है
Sanctum Wealth के हेड (इनवेस्टमेंट प्रोडक्ट्स) अलख यादव ने कहा, "ज्यादातर हाइब्रिड फंड्स ऐसे मॉडल का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उन्हें मार्केट के शोरगुल पर ध्यान दिए बगैर उपलब्ध डेटा के आधार पर निवेश के फैसले लेने में मदद मिलती है। अभी हाई वैल्यूएशन को देखते हुए कई एग्रेसिव हाइब्रिड फंडों ने शेयरों में अपना निवेश घटाया है या डिफेंसिव शेयरों में निवेश बढ़ाया है।"
एग्रेसिव हाइब्रिड फंड निवेशकों को बाजार की तेजी में पार्टिसिपेट करने का मौका देता है, जबकि गिरावट की स्थिति में लॉस होने से बचाता है। इसलिए इसमें इक्विटी फंडों के मुकाबले कम लॉस होता है। एग्रेसिव हाइब्रिड फंडों की टॉप स्कीमों ने बेहतर रिटर्न दिए हैं। इनका रिटर्न लार्ज-कैप कैटेगरी के फंडों के जितना रहा है। हाइब्रिड फंड का स्ट्रक्चर ऐसा है, जिससे मार्केट में ज्यादा उतारचढ़ाव की स्थिति में ये लॉस से बचाते हैं। शेयरों और बॉन्ड्स में निवेश के जरिए ये रिस्क को बेहतर तरीके से मैनेज करते हैं।
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तीन और पांच सालों में शानदार रिटर्न
तीन साल और पांच साल में एग्रेसिव हाइब्रिड फंड की कैटेगरी ने औसतन सालाना क्रमश: 16.04 और 18.35 फीसदी रिटर्न दिया है। यह जानकारी एसीई एमएफ के डेटा पर आधारित है। फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि एग्रेसिव हाइब्रिड फंड ऐसे निवेशकों के लिए बेहतर हैं जो ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते। अभी स्टॉक मार्केट की जो स्थिति है, उसमें एग्रेसिव हाइब्रिड फंड निवेश का अच्छा विकल्प है।