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Windfall Tax : ONGC के पूर्व सीएमडी ने कहा रिफाइनिंग कंपनियों पर इतना बोझ डालना ठीक नहीं

RS Sharma सरकार के इस कदम को गलत मानते हैं। उनका कहना है रिफाइनिंग कंपनियों पर इतना बोझ डालना ठीक नहीं

MoneyControl Newsअपडेटेड Jul 01, 2022 पर 7:09 PM
Windfall Tax : ONGC के पूर्व सीएमडी ने कहा रिफाइनिंग कंपनियों पर इतना बोझ डालना ठीक नहीं
CNBC-TV18 के साथ हुई अपनी बातचीत में HPCL सीएमडी एमके सुराना ने कहा कि इस विंडफॉल टैक्स के चलते सरकार के लिए एक और वित्तीय स्रोत खुलेगा

ONGC के पूर्व सीएमडी आरएस शर्मा ने सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल और जेट फ्यूल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाए जाने के कदम और देश के अंदर उत्पादित होने वाले कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स पर कमेंट करते हुए कहा कि कच्चे तेल की उत्पादक कंपनियों पर लगाए गए विंडफॉल टैक्स की राशि बहुत ज्यादा है।

बता दें कि सरकार ने आज पेट्रोल और एविएशन फ्यूल पर 6 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर एक्सपोर्ट टैक्स लगाने का ऐलान किया है। इसके अलावा कच्चे तेल के घरेलू उत्पादन पर 23,230 रुपये प्रति टन की दर से अतरिक्त टैक्स लगाने का ऐलान किया है। यह टैक्स विंडफॉल टैक्स के तौर पर लगाया गया है।

इस बारे में जारी अपनी अधिसूचना में सरकार ने कहा है कि यह तेल उत्पादन कंपनियों पर लगाया गया एकमुश्त टैक्स है। बताते चलें कि इस तरह के टैक्स को विंडफॉल टैक्स भी कहते हैं। यह टैक्स उन कंपनियों पर लगाया जाता है जो किसी अप्रत्याशित स्थिति में अप्रत्याशित मुनाफा कमा रही होती हैं और इसके लिए कंपनी की अपनी उत्पादन क्षमता या काबिलियत जिम्मेदार नहीं होती।

उदारहरण के लिए बता दें कि यूक्रेन पर रूस के आक्रामण के कारण पूरी दुनिया में कच्चे तेल में अप्रत्याशित उछाल आया है जिससे कच्चे तेल का उत्पादन करने वाली कंपनियों को इतना मुनाफा हुआ है जितना की उनको उम्मीद भी नहीं थी। इस तरह के मुनाफे कमाने वाली कंपनियों में ONGC और Oil India जैसी कंपनियां भी हैं। इन कंपनियों को हुए इस अप्रत्याशित मुनाफे को देखते हुए भारत सरकार ने इन पर विंडफॉल टैक्स लगाने का फैसला किया है।

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