फाइनेंशियल ईयर 2021-22 का इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की अंतिम तारीख 31 जुलाई, 2022 है। आप खुद आईटीआई फाइल कर सकते हैं या एक्सपर्ट्स की मदद ले सकते हैं। एक्सपर्ट्स आपकी इनकम और टैक्स लायबिलिटी का कैलकुलेशन करते हैं। फिर रिटर्न फाइल करते हैं। इनमें गवर्नमेंट एप्रूव्ड सर्विस प्रोवाइडर्स, प्राइवेट इंटरमीडियरीज और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स शामिल हैं।
आप खुद फाइल कर सकते हैं रिटर्न
पिछले कुछ सालों में आईटी डिपार्टमेंट ने सभी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध करा दी है। कुछ मामलों को छोड़ अब इनकम टैक्स रिटर्न की फाइलिंग ऑनलाइन होती है। अगर आपको सिर्फ सैलरी से इनकम होती है तो आप आसानी से आईटी डिपार्टमेंट के ई-फाइलिंग पोर्टल (WWW.incometax.gov.in) से अपना रिटर्न फाइल कर सकते हैं।
पार्शियल ऑनलाइन प्रोसेस में आपको वेबसाइट से संबंधित आईटीआर फॉर्म डाउनलोड करना है फिर इसे डेस्कटॉप पर सेव करना है। रिटर्न को ऑफइलाइन भर दें और XML फाइल जेनरेट करने के बाद इसे डेस्कटॉप पर सेव कर दें। फिर, XML फाइल को ई-फाइलिंग वेबसाइट पर अपलोड कर फॉर्म सब्मिट कर दें।
दोनों ही प्रोसेसेज में सक्सेसफुल सब्मिशन के बाद एक एकनॉलेजमेंट स्लिप जेनरेट होता है। आपके लिए सही आईटीआर फॉर्म का चुनाव करना जरूरी है। फिर सभी डिटेल सही तरीके से भरें। फिर प्रोसेस पूरा करने के लिए रिटर्न को वेरिफाय कर दें।
सरकार ने टैक्स रिटर्न प्रीपेयरर्स स्कीम, 2006 में शुरू की थी। इसके तहत सरकार लोगों को अथॉराइज्ड टैक्स रिटर्न प्रीपेयरर्स (TRP) के रूप में सेवाएं देने के लिए ट्रेनिंग देती है। टीआरपी प्रति रिटर्न मैक्सिमम 250 रुपये फीस ले सकता है। उसे आईटी डिपार्टमेंट से इनसेंटिव भी लेने की इजाजत है। आप इनकम टैक्स की वेबसाइट से अपने इलाके में अथॉराइज्ड टीआरपी की जानकारी हासिल कर सकते हैं।
आईटी डिपार्टमेंट ने 'इलेक्ट्रॉनिक फर्निशिंग ऑफ रिटर्न ऑफ इनकम स्कीम, 2007' नाम से एक स्कीम शुरू की थी। यह स्कीम अथॉराइज्ड इंटरमीडियरीज को टैक्सपेयर्स की तरफ से इलेक्ट्रॉनिक रूप में आईटीआर फाइलिंग की इजाजत देता है। ई-फाइलिंग इंटरमीडियरीज कई टैक्सपेयर्स को रिटर्न फाइलिंग में मदद दे रहे हैं।
ई-फाइलिंग इंटरमीडियरीज रिटर्न फाइलिंग के लिए फीस लेते हैं, जो कई बातों पर निर्भर करती है। इनमें सोर्स ऑफ इनकम, लेवल ऑफ इनकम और दूसरी तरह की जटिलताएं शामिल हैं।
फॉरेन इनकम या कैपिटल गेंस वाले टैक्सपेयर्स के लिए चार्ज क्रमश: 5,999 और 3,999 रुपये होती है। इसी तरह टैक्समैनेजर सैलरीड इंडिविजुअल को रिटर्न फाइलिंग में मदद करने के लिए 1250 रुपये या इससे ज्यादा फीस लेते हैं।
अगर आपकी इनकम के कई स्रोत हैं तो और आपके लिए खुद कैलकुलेशन करना और रिटर्न फाइल करना मुश्किल है तो आप चार्टर्ड अकाउंटेंट की मदद ले सकते हैं। कुछ मामलों में टैक्स ऑडिट और बैलेंसशीट बनाने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में आपके पास चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास जाने के सिवाय दूसरा कोई विकल्प नहीं है। सीए सिंपल रिटर्न के लिए 5000 रुपये तक फीस लेते हैं। बिजनेस लेवल और दूसरी तरह की जटिलताएं होने पर यह फीस बढ़ सकती है।