फॉरेन टूर पैकेज पर 20% TCS पेमेंट को लेकर चिंतित हैं? ये 3 तरीके टैक्स बचाने में करेंगे आपकी मदद
अभी टीसीएस का रेट 5 फीसदी है। 1 जुलाई से यह बढ़कर 20 फीसदी हो जाएगी। इसका मतलब है कि अगर आप इंडियन ऑपरेटर से विदेश यात्रा का पैकेज खरीदते हैं तो ऑपरेटर आप से पैकेज की कॉस्ट पर अतिरिक्त 20 फीसदी टैक्स कलेक्ट करेगा
फॉरेन टूर पैकेज के अलावा अगर आप लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत किसी फॉरेक्स डीलर से विदेशी मुद्रा खरीदते हैं तो उस पर भी आपको 20 फीसदी टीसीएस चुकाना होगा।
आप अगर विदेश छुट्टियां मनाने जा रहे हैं तो अपना बजट थोड़ा बढ़ी दीजिए। 1 जुलाई, 2023 से फॉरेन टूर पैकेज पर अब 20 फीसदी TCS लगेगा। टीसीएस का मतलब है Tax Collected at Source। इसका मतलब है कि विदेश यात्रा के लिए आपको अपने फॉरेन एजेंट को थोड़ा ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। अभी टीसीएस का रेट 5 फीसदी है। 1 जुलाई से यह बढ़कर 20 फीसदी हो जाएगी। इसका मतलब है कि अगर आप इंडियन ऑपरेटर से विदेश यात्रा का पैकेज खरीदते हैं तो ऑपरेटर आप से पैकेज की कॉस्ट पर अतिरिक्त 20 फीसदी टैक्स कलेक्ट करेगा।
इसे हम एक उदाहरण से समझ सकते हैं। मान लीजिए आप दुबई जाने के लिए 2,00,000 रुपये का पैकेज खरीदते हैं। इस पैकेज को बुक करने के लिए आपको आपको अतिरिक्त 40 हजार रुपये चुकाने होंगे। टूर पैकेज पर लगने वाला 20 फीसदी टीसीएस इसकी वजह है। अभी के रेट से इस फॉरेन टूर पैकेज पर सिर्फ 10,000 रुपये का टीसीएस लगेगा। फॉरेन टूर पैकेज के अलावा अगर आप लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत किसी फॉरेक्स डीलर से विदेशी मुद्रा खरीदते हैं तो उस पर भी आपको 20 फीसदी टीसीएस चुकाना होगा।
LRS आरबीआई की स्कीम है, जो इंडिया में रहने वाले लोगों (Residents in India) पर लागू होती है। इसके अलावा अभी उपलब्ध 7 लाख रुपये की लिमिट भी 1 जुलाई से खत्म हो जाएगी। इसलिए अगर आप विदेशी मुद्रा खरीदना चाहते हैं या विदेश यात्रा के लिए फॉरेक्स कार्ड लोड कराना चाहते हैं तो आपको 1 जुलाई, 2023 से उस पर 20 फीसदी टीसीएस चुकाना होगा।
यह ध्यान में रखना जरूरी है कि फॉरेन टूर पैकेज पर टीसीएस वसूलने की जिम्मेदारी ट्रेवल एजेंट या अथॉराइज्ड डीलर की है। इसलिए अगर आप फॉरेन टूर पैकेज इंडिया में ऑनलाइन या ऑफलाइन बुक करते हैं और इंडियन रूपी में उसका पेमेंट करते हैं तो उस पर भी टीसीएस लागू होगा।
हालांकि, ऐसे तीन तरीके हैं जिसके जरिए आप अपनी अगली विदेशी यात्रा पर 20 फीसदी टीसीएस चुकाने से बच सकते हैं:
1. आप 7 लाख की लिमिट के अंदर अपने इंटरनेशनल डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करें
जैसा कि आप जानते हैं कि अगर आप डोमेस्टिक ट्रेवल एजेंट या इंडिया में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए फॉरेन ट्रिप बुक करते हैं तो आपको टीसीएस के रूप में बड़ी रकम चुकानी होगी। लेकिन, अगर आप किसी इंटरनेशनल वेबसाइट के जरिए टूर पैकेज बुक करते हैं और पेमेंट इंटरनेशनल डेबिट या क्रेडिट कार्ड से करते हैं तो फाइनेंशियल ईयर में कुल पेमेंट 7 लाख रुपये से कम होने तक आपको टीसीएस नहीं चुकाना होगा। इसकी वजह यह है कि फाइनेंस मिनिस्ट्री ने इंटरनेशनल डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए एक फाइनेंशियल ईयर में 7 लाख रुपये तक के पेमेंट को LRS से छूट दी है। आपको यह ध्यान रखना होगा कि 7 लाख रुपये की यह लिमिट एक फाइनेंशियल ईयर में सभी इंटरनेशनल और डेबिट कार्ड के लिए है।
2. बुकिंग और पेमेंट अलग-अलग करें
इनकम टैक्स कानून में 'टूर पैकेज' की स्पष्ट परिभाषा नहीं दी गई है। इसलिए आप अपनी फ्लाइट और होटल कंपोनेंट की बुकिंग अलग-अलग कर सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर आप एयर इंडिया विस्तारा या इंडिगो से सीधे एयरलाइंस टिकट खरीदते हैं या इंटरनेशल होटल की बुकिंग सीधे होटल की साइट से करते हैं और पेमेंट डेबिट या क्रेडिट कार्ड से करते हैं तो एयरलाइन या होटल आपसे टीसीएस नहीं लेगा। हालांकि, यह नियम का निकाला गया मतलब है। अलग-अलग होटल चेन या अलग-अलग एयरलाइंस के नियम अलग-अलग हो सकते हैं।
3. TCS से बचने के लिए 30 जून, 2023 से खरीद लें विदेशी मुद्रा
कई लोग विदेश यात्रा के दौरान अपने डेबिट या क्रेडिट पर निर्भर रहने की बजाय विदेशी मुद्रा खरीदना या फॉरेक्स कार्ड का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं।
ज्यादा टीसीएस चुकाने से बचने के लिए 30 जून, 2023 से पहले विदेशी मुद्रा या फॉरेक्स कार्ड खरीदना ठीक रहेगा। RBI विदेश यात्रा शुरू करने के 60 दिन पहले विदेशी मुद्रा या फॉरेक्स कार्ड खरीदने की इजाजत देते हैं। इसलिए अगर आप अभी या अगस्त के अंत तक विदेश यात्रा करने जा रहे हैं तो आप 30 जून से पहले विदेशी मुद्रा खरीदकर टीसीएस बचा सकते हैं। पर्चेज अमाउंट 7 लाख रुपये से कम रहने पर टीसीएस नहीं लगेगा। 7 लाख से ज्यादा पर्चेज अमाउंट पर 5 फीसदी टीसीएस लगेगा। इस तरह आप 20 रेट से टीसीएस चुकाने से बच जाएंगे।
TCS एक तरह का इनकम टैक्स पेमेंट है। इसे आप TDS या एडवान्स टैक्स की तरह समझ सकते हैं। जब आप इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते हैं तब आप अपनी टैक्स लायबिलिटी के साथ इसे एडजस्ट कर सकते हैं। आपको अपने PAN की डिटेल देना नहीं भूलना चाहिए। साथ ही आपको अपने टूर ऑपरेटर से TCS सर्टिफिकेट लेना भी याद रखना होगा। वह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में टीसीएस रिटर्न फाइल करने के बाद इसे आपको दे देगा। टूर ऑपरेटर और फॉरेक्स डीलर्स को हर तिमाही टीसीएस रिटर्न फाइल करना जरूरी है।
(अभिषेक अनेजा सीए हैं। वह इनकम टैक्स और पर्सनल फाइनेंस से जुड़े मामलों के एक्सपर्ट हैं)