भारतीय मिडिल क्लास का सबसे बड़ा सपना होता है अपना खुद का घर खरीदना। लेकिन अब यही सपना कई परिवारों के लिए डरावना सपना बन गया है। दरअसल, ‘नो ईएमआई टिल पजेशन’ जैसी स्कीमें असल में होमबायर्स के लिए जाल साबित हो रही हैं। वह घर के किराये के साथ होमलोन EMI भी चुका रहे हैं लेकिन घर नहीं मिल रहा है। चार्टर्ड अकाउंटेंट मीनल गोयल ने हाल ही में एक लिंक्डइन पोस्ट में दावा किया कि देशभर में 4.3 लाख से ज्यादा होमबायर्स ऐसी स्थिति में फंसे हैं जहां वे भारी-भरकम EMI चुका रहे हैं, लेकिन उनका घर अब तक बना ही नहीं है। गोयल ने अपनी पोस्ट का टाइटल रखा अपना सपना खरीदना अब एक सपना नहीं, बुरा सपना बना गया है।
