आज के डिजिटल दौर में शेयर बाजार में निवेश करना हर आम आदमी का सपना बन गया है। डीमैट अकाउंट खोलना इस सफर का पहला पड़ाव है, जो आपके शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और बॉन्ड्स को डिजिटल लॉकर की तरह सुरक्षित रखता है। बिना किसी शेयर खरीदे भी इसे जीरो बैलेंस पर खोला जा सकता है, और NSDL या CDSL जैसे डिपॉजिटरी इसे मैनेज करते हैं।
डीमैट अकाउंट क्यों जरूरी?
डीमैट अकाउंट फिजिकल सर्टिफिकेट्स के झंझट को खत्म कर देता है, जिससे खोने या खराब होने का कोई डर नहीं। यह ऑटोमैटिक अपडेट्स देता है जैसे बोनस शेयर या स्टॉक स्प्लिट्स, और लोन के लिए कोलैटरल के तौर पर भी इस्तेमाल होता है। निवेशकों के लिए यह समय बचाने वाला और सुविधाजनक विकल्प है, खासकर जब बाजार तेजी से बढ़ रहा हो।
सबसे पहले किसी विश्वसनीय डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) जैसे ब्रोकर या बैंक चुनें। उनकी वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भरें, जहां नाम, मोबाइल, ईमेल, PAN और बैंक डिटेल्स डालनी पड़ेंगी। आधार से ई-साइन करें, KYC वेरीफाई होने पर क्लाइंट ID और पासवर्ड मिल जाएगा। पूरी प्रक्रिया घर बैठे मिनटों में हो जाती है।
जरूरी दस्तावेज क्या लगेंगे?
PAN कार्ड अनिवार्य है, जबकि पहचान प्रमाण के लिए आधार, वोटर ID, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस चलेगा। पते का प्रमाण आधार, पासपोर्ट, यूटिलिटी बिल या बैंक स्टेटमेंट से हो सकता है। आय प्रमाण के तौर पर सैलरी स्लिप, ITR या बैंक स्टेटमेंट जमा करें। फोटो और कैंसल्ड चेक भी अपलोड करें।
चार्जेस और महत्वपूर्ण टिप्स
ओपनिंग फीस कम या फ्री हो सकती है, लेकिन सालाना मेंटेनेंस चार्ज 300-800 रुपये तक होता है, जो होल्डिंग वैल्यू पर निर्भर करता है। BSDA अकाउंट में कम होल्डिंग पर जीरो चार्ज मिल सकता है। हमेशा बैंक डिटेल्स अपडेट रखें ताकि डिविडेंड और रिफंड सही आएं। एक से ज्यादा अकाउंट खोल सकते हैं, लेकिन अपडेटेड रखें।
डीमैट अकाउंट आपके वेल्थ क्रिएशन का गेटवे है। सही DP चुनकर आज ही शुरू करें और बाजार की रफ्तार का फायदा उठाएं।