क्रेडिट कार्ड या लोन की क्रेडिट लिमिट बढ़ाने से आपके क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो यानी उपयोग की गई क्रेडिट और उपलब्ध क्रेडिट का अनुपात कम होता है। अगर आपकी लिमिट बढ़ती है और खर्च समान रहता है, तो यह रेशियो कम हो जाएगा, जिससे क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है। बढ़ी हुई लिमिट फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करती है, जिससे आप जरूरी खर्च समय पर कर सकते हैं।
