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Credit limit बढ़ाने के फायदे और नुकसान? जानिए कैसे होता है आपके क्रेडिट स्कोर पर असर

Credit limit increases: क्रेडिट लिमिट बढ़ाने से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो कम होता है, जिससे क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है और आपको फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है। लेकिन अगर लिमिट बढ़ाकर आप ज्यादा खर्च करने लगते हैं या बिल समय पर नहीं चुकाते, तो इसका क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है।​

Edited By: Shradha Tulsyanअपडेटेड Nov 08, 2025 पर 10:23 PM
Credit limit बढ़ाने के फायदे और नुकसान? जानिए कैसे होता है आपके क्रेडिट स्कोर पर असर

क्रेडिट कार्ड या लोन की क्रेडिट लिमिट बढ़ाने से आपके क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो यानी उपयोग की गई क्रेडिट और उपलब्ध क्रेडिट का अनुपात कम होता है। अगर आपकी लिमिट बढ़ती है और खर्च समान रहता है, तो यह रेशियो कम हो जाएगा, जिससे क्रेडिट स्कोर बेहतर होता है। बढ़ी हुई लिमिट फाइनेंशियल फ्लेक्सिबिलिटी प्रदान करती है, जिससे आप जरूरी खर्च समय पर कर सकते हैं।

ध्यान रखने योग्य बातें

हालांकि, लिमिट बढ़ने के बाद खर्च बढ़ा देना क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेशियो को बढ़ा सकता है, जिससे क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर पड़ता है। साथ ही, समय पर बिल का भुगतान करना बेहद जरूरी होता है; यदि बिल समय पर नहीं चुकाया गया तो स्कोर और भी गिर सकता है। कुछ मामलों में नई लिमिट की स्वीकृति के समय अस्थायी स्कोर गिरावट भी हो सकती है, जो सामान्यतः अल्पकालिक होती है।

कब लें या टालें क्रेडिट लिमिट बढ़ाने का ऑफर

यदि आपकी वित्तीय स्थिति मजबूत है और आप खर्चों को नियंत्रित रख सकते हैं, तो लिमिट बढ़ाने के ऑफर को स्वीकार करना सही रहेगा। लेकिन यदि आपको लगता है कि इससे आपकी खर्च करने की आदत खराब हो सकती है या आप बिल समय पर नहीं जोड़ सकते, तो ऑफर को टालना बेहतर होता है। साथ ही, बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी से समय-समय पर मिलने वाले लिमिट बढ़ोतरी के ऑफर्स पर ध्यान दें।

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