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मृतक के आधार कार्ड को बंद करने की ये है आसान प्रक्रिया, जानिए क्या है प्रोसेस!

मृतक व्यक्ति का आधार निष्क्रिय न करने से पहचान चोरी, बैंक फ्रॉड, पेंशन हड़पना या बोगस वोटर का खतरा बढ़ जाता है। मायआधार पोर्टल पर मृत्यु प्रमाण पत्र अपलोड कर 15-30 दिनों में आसानी से डीएक्टिवेट करें।

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 28, 2025 पर 10:20 PM
मृतक के आधार कार्ड को बंद करने की ये है आसान प्रक्रिया, जानिए क्या है प्रोसेस!

किसी अपने की मृत्यु के बाद आधार कार्ड निष्क्रिय न करने से पहचान चोरी और वित्तीय धोखाधड़ी का खतरा बढ़ जाता है। UIDAI के अनुसार, सक्रिय आधार से फर्जी बैंक खाते, पेंशन हड़पना या सब्सिडी का दुरुपयोग हो सकता है, साथ ही वोटर लिस्ट में बोगस नाम भी बने रहते हैं। समय पर डीएक्टिवेशन से ये जोखिम खत्म हो जाते हैं।

दुरुपयोग के खतरे और महत्व

मृतक आधार गलत हाथों में पड़ने पर अपराधी उसके नाम पर लोन ले सकते हैं या सरकारी लाभ चुरा सकते हैं। UIDAI ने अब तक 1.17 करोड़ से ज्यादा मृतकों के आधार निष्क्रिय किए हैं, जो दुरुपयोग रोकने की दिशा में बड़ा कदम है। परिवार के सदस्यों को जागरूक रहना चाहिए, क्योंकि देरी से नुकसान बढ़ सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि यह डिजिटल सुरक्षा का अहम हिस्सा है।

ऑनलाइन निष्क्रिय करने की सरल प्रक्रिया

मायआधार पोर्टल पर जाकर आसानी से आधार डीएक्टिवेट करें

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