अमेरिका या चीन, कहां निवेश करने पर आपको होगी मोटी कमाई?

पिछले 1-2 महीने अमेरिका और चीन के लिए काफी अहम रहे हैं। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति चुनाव जीतने में सफल रहे हैं। उधर, चीन में सरकार ने इकोनॉमी की ग्रोथ बढ़ाने के लिए राहत पैकेज दिए हैं। इससे चीन के स्टॉक मार्केट्स में तेजी देखने को मिली है

अपडेटेड Nov 20, 2024 पर 12:12 PM
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इंडिया में इनवेस्टर्स म्यूचुअल फंड की स्कीमों के जरिए अमेरिका या चीन के स्टॉक्स में निवेश कर सकते हैं।

पिछले 1-2 महीने अमेरिका और चीन के लिए बहुत अहम रहे हैं। अमेरिका में इस महीने की शुरुआत में हुए राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत हुई है। उधर, चीन में सितंबर से सरकार इकोनॉमी की ग्रोथ बढ़ाने के लिए बड़े कदम उठा रही है। इसका असर चीन के स्टॉक्स मार्केट्स पर पड़ा है। सितंबर और अक्टूबर में चीन के स्टॉक मार्केट में तेजी देखने को मिली। उधर, ट्रंप की जीत से अमेरिकी स्टॉक मार्केट्स में तेजी की उम्मीद है। सवाल है कि दोनों स्टॉक मार्केट्स में कहां निवेश करने पर आपको ज्यादा रिटर्न मिलेगा?

अमेरिका और चीन में निवेश के विकल्प

इंडिया में इनवेस्टर्स म्यूचुअल फंड की स्कीमों के जरिए अमेरिका या चीन के स्टॉक्स में निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड की कुछ स्कीमें अमेरिकी बाजार में ज्यादा निवेश करती हैं। कुछ ऐसी स्कीमें हैं जो चीन के स्टॉक मार्केट्स पर दांव लगाती हैं। आप अपनी पसंद के हिसाब से इनमें से सही स्कीम का चुनाव कर सकते हैं। उदाहरण के लिए Motilal Oswal S&P 500 Index Fund अमेरिकी शेयरों में निवेश करता है। Franklin India Feeder - Franklin U.S. Opportunities Fund भी अमेरिकी कंपनियों के शेयरों में पैसे लगाता है। उधर, Edelweiss Gr China Equity Off-Shore Fund और Axis Greater China Equity FoF चीन के स्टॉक्स में पैसे लगाते हैं।


अमेरिकी और चीन फोकस्ड इक्विटी फंडों का रिटर्न

ACE MF के डेटा के मुताबिक, अमेरिका में निवेश करने वाले इक्विटी फंडों ने एक साल में औसत 33.9 फीसदी रिटर्न दिए है। तीन साल में उनका रिटर्न (CAGR) 12.3 फीसदी रहा है। चीन में निवेश करने वाले इक्विटी फंडों ने एक साल में औसत 15.2 फीसदी और तीन साल में माइनस 6.0 फीसदी रिटर्न दिए हैं। कोविड के बाद से चीन की इकोनॉमी का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। इसका असर चाइनीज स्टॉक्स मार्केट्स पर पड़ा है। अब राहत पैकेज के ऐलान से चीन के स्टॉक मार्केट्स में तेजी आ रही है।

ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से अमेरिकी इकोनॉमी रफ्तार पकड़ सकती है

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका में ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने पर अमेरिकी इकोनॉमी की तेज ग्रोथ की उम्मीद है। उनकी पॉलिसी अमेरिकी इंडस्ट्री को बढ़ावा देने की रही है। घरेलू उद्योग को सपोर्ट करने के लिए उनका जोर टैरिफ बढ़ाने पर रहा है। इससे अमेरिकी इकोनॉमी की ग्रोथ बढ़ सकती है। इसका चीन की इकोनॉमी पर निगेटिव असर पड़ेगा। उधर, चीन में पिछले महीने राहत पैकेज की वजह से वहां के स्टॉक मार्केट्स में तेजी दिखी थी।

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चीन के स्टॉक मार्केट्स में राहत पैकेज से तेजी

आनंद राठी वेल्थ के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर चिराग मुनी ने कहा, "अगर हम अमेरिकी और चाइनीज मार्केट्स की तुलना करें तो चीन का मार्केट अभी अट्रैक्टिव दिख रहा है। वहां काफी समय बाद मार्केट में तेजी दिखी है। लेकिन, यह शॉर्ट टर्म की तेजी हो सकती है।" क्रेडेंस वेल्थ के फाउंडर कीर्तन शाह का कहना है कि चीन का मार्केट्स दूसरे मार्केट्स के मुकाबले काफी सस्ता दिख रहा है। उधर, अमेरिकी मार्केट्स के प्रमुख सूचकांक ऑल-टाइम हाई के करीब हैं।

MoneyControl News

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First Published: Nov 20, 2024 12:03 PM

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