Vande Bharat Train Katra to Srinagar: अब कश्मीर जाना पहले से कहीं ज्यादा आसान और रोमांचक हो गया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में कटरा से श्रीनगर तक चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन किया है। यह ट्रेन देश की आधुनिक रेल परियोजनाओं में एक मील का पत्थर मानी जा रही है। लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि जल्द इस ट्रेन में सफर करके कश्मीर की वादियों का मजा लेंगे, तो आपको थोड़ा रुकना पड़ेगा।
इस नई वंदे भारत ट्रेन को लेकर यात्रियों में जबरदस्त उत्साह है। जानकारी के मुताबिक, 26 जून तक इस ट्रेन में कोई भी सीट खाली नहीं है। इतना ही नहीं श्रीनगर से कटरा की दोनों दिशाओं की वंदे भारत ट्रेनों में भी इसी तारीख तक सभी टिकट बुक हो चुके हैं।
अगर आप जून में सफर का सोच रहे हैं, तो सिर्फ 27 और 28 जून को कुछ सीटें उपलब्ध हैं। जुलाई में भी केवल 2 और 3 जुलाई को ही थोड़ी बहुत टिकटें खाली हैं। इसके बाद 23 जुलाई तक लगभग हर दिन ट्रेन फुल है।
अमरनाथ यात्रा बना रही है और भी व्यस्त
इस भारी बुकिंग के पीछे 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा एक बड़ी वजह है। देशभर से आने वाले श्रद्धालु अब ट्रेन के जरिए कटरा और श्रीनगर तक पहुंचना पसंद कर रहे हैं। इससे ट्रेन की मांग कई गुना बढ़ गई है।
फिलहाल टिकट मिलना मुश्किल
रेलवे के सूत्रों के मुताबिक 18 जून तक वेटिंग लिस्ट की भी कोई टिकट उपलब्ध नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक अमरनाथ यात्रा पूरी नहीं होती, तब तक इस ट्रेन में सीट मिलना आसान नहीं होगा। इसलिए अगर आप कश्मीर जाने का प्लान बना रहे हैं, तो कुछ महीने बाद का टिकट बुक करना ही बेहतर होगा।
चिनाब ब्रिज है खास आकर्षण
लोगों में इस ट्रेन को लेकर इसलिए भी खास उत्सुकता है क्योंकि यह दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल चिनाब ब्रिज से होकर गुजरती है। यह पुल अपने आप में एक इंजीनियरिंग का अजूबा माना जाता है। ट्रेन की खिड़की से नजर आने वाली घाटियों, बर्फ से ढकी पहाड़ियों और हरे-भरे नजारों का अनुभव यात्रियों के लिए यादगार रहेगा।
कटरा से श्रीनगर तक वंदे भारत ट्रेन से यात्रा करना वाकई एक शानदार अनुभव हो सकता है। लेकिन अभी की स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस ट्रेन में यात्रा करने के लिए थोड़ा इंतजार करना ही समझदारी है। गर्मियों के मौसम और अमरनाथ यात्रा की भीड़ के बाद जब हालात सामान्य होंगे, तब आप इस ट्रेन के जरिए आरामदायक और खूबसूरत सफर का लुत्फ ले सकेंगे।