21 अप्रैल 2025 की रात एक ऐसा अद्भुत नजारा लेकर आएगी, जो विज्ञान और ज्योतिष दोनों के लिहाज से बेहद खास माना जा रहा है। इस दिन रात के आकाश में लिरिड्स मीटिओर शॉवर नामक उल्कापिंडों की बारिश देखने को मिलेगी, जिसमें टूटते तारों जैसी चमकीली लकीरें आसमान को सजाएंगी। ये खगोलीय घटना कई सालों बाद वापस लौट रही है, और इसके दीदार का अवसर मिलना किसी सौभाग्य से कम नहीं। जहां वैज्ञानिक इसे अंतरिक्ष की एक रोमांचक घटना मानते हैं, वहीं ज्योतिषाचार्य इसे ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं के जागरण का संकेत मानते हैं।
इस रात को लेकर मान्यता है कि जब आकाश से उल्काएं गिरती हैं, तो उस समय मांगी गई इच्छाएं ब्रह्मांड द्वारा स्वीकार होती हैं। ऐसे में ये रात न केवल देखने लायक होगी, बल्कि एक आध्यात्मिक अनुभव का माध्यम भी बन सकती है।
एक्टिव होंगी ब्रह्मांडीय शक्तियां
ज्योतिष और धर्म शास्त्रों के अनुसार, जब ब्रह्मांड में टूटते तारे नजर आते हैं तो उस समय ब्रह्मांड की सभी ऊर्जाएं सक्रिय हो जाती हैं। ऐसे समय में की गई प्रार्थनाएं और मांगी गई इच्छाएं पूरी होने की संभावना अधिक होती है। 21 अप्रैल की रात को ये शक्तियां चरम पर होंगी, जिससे ये रात एक विशिष्ट आध्यात्मिक अवसर बन जाती है।
अंक ज्योतिष का रहस्य: मंगल और संख्या 9 का संयोग
2025 को जोड़ें: 2+0+2+5 = 9
रात 09:09 पर जोड़ें: 0+9+0+9 = 18 → 1+8 = 9
अंक शास्त्र में 9 अंक मंगल ग्रह से जुड़ा है जो ऊर्जा, साहस और इच्छाशक्ति का प्रतीक माना जाता है। इस दिन और समय पर विशेष शक्तियां सक्रिय मानी जा रही हैं। इसलिए इस पल को अपनी इच्छाओं को ब्रह्मांड तक पहुंचाने का सबसे अच्छा समय कहा जा रहा है।
क्या करें 21 अप्रैल की रात?
इस रात 9 बजकर 9 मिनट पर खुले आसमान की ओर देखें, आंखें खुली रखें और हाथ जोड़कर अपनी इच्छा को बार-बार मन ही मन बोलें। ध्यान रखें, जो विश आप मांगते हैं उसे किसी से साझा न करें, जब तक वो पूरी न हो जाए। ये प्रक्रिया ब्रह्मांड की ऊर्जाओं को आपकी ओर आकर्षित करने में मदद करती है।
ऐसे दुर्लभ संयोग और ऊर्जाओं का मेल बार-बार नहीं होता। अगर आपके जीवन में कोई अधूरी ख्वाहिश है या आप किसी बड़ी कामना को पूरा करना चाहते हैं, तो 21 अप्रैल की रात को ब्रह्मांड से संवाद का ये अनोखा मौका बिल्कुल न गंवाएं। टूटते तारों की बारिश सिर्फ एक खूबसूरत दृश्य नहीं, बल्कि इच्छओं को पूरा करने वाला भी माना जा रहा है।