Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया हिंदू पंचांग का एक बेहद खास दिन है। यह दिन ऐसा माना जाता है जब शुरू किए गए अच्छे काम कभी खत्म नहीं होते। इसी वजह से लोग इस दिन नए काम शुरू करना, सोना खरीदना या बड़े निवेश करना शुभ मानते हैं। खास तौर पर प्रॉपर्टी खरीदने या रजिस्ट्रेशन कराने का चलन इस दिन काफी ज्यादा रहता है। भारतीय संस्कृति में प्रॉपर्टी को तरक्की और सुरक्षा का प्रतीक माना जाता है। इसलिए लोग मानते हैं कि अक्षय तृतीया पर घर या जमीन खरीदने से जीवन में समृद्धि और शांति आती है।
अक्षय तृतीया क्यों मनाई जाती है?
अक्षय तृतीया, जिसे अखा तीज भी कहते हैं, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि को आती है। यह दिन बेहद पवित्र माना जाता है, खासतौर से नए काम शुरू करने और जरूरी चीजें खरीदने के लिए। अक्षय का मतलब होता है — जो कभी खत्म न हो। इस दिन किए गए अच्छे कामों और खरीदी गई चीजों से सुख-समृद्धि बढ़ने का विश्वास है।
प्रॉपर्टी में निवेश क्यों है खास?
अक्षय तृतीया को नई शुरुआत के लिए आदर्श माना जाता है। लोग इस दिन शादी, बिजनेस, प्रॉपर्टी खरीद जैसे बड़े फैसले लेते हैं ताकि उनका काम लंबे समय तक फले-फूले।
संपत्ति और समृद्धि का प्रतीक
यह दिन स्थायी धन और खुशहाली का प्रतीक है। इस मौके पर खरीदी गई प्रॉपर्टी जीवन में स्थिरता और तरक्की लाने वाली मानी जाती है।
मान्यता है कि इसी दिन भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। इसके अलावा, गंगा नदी का पृथ्वी पर आगमन और महाभारत के लेखन की शुरुआत भी इसी दिन मानी जाती है।
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की परंपरा भी काफी पुरानी है। लोग मानते हैं कि सोना खरीदने से घर में कभी धन की कमी नहीं होती।
अक्षय तृतीया 2025: तारीख और शुभ मुहूर्त
तारीख: बुधवार, 30 अप्रैल 2025
शुभ समय: 29 अप्रैल 2025 की शाम 5:31 बजे से 30 अप्रैल 2025 की दोपहर 2:12 बजे तक
पूजा का समय: सुबह 5:40 बजे से दोपहर 12:18 बजे तक
पवित्र स्नान से दिन की शुरुआत
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा
सोना या कीमती सामान खरीदना
कुछ लोग उपवास भी रखते हैं
अगर आप इस अक्षय तृतीया पर प्रॉपर्टी खरीदने या रजिस्टर कराने की सोच रहे हैं, तो यह दिन आपके लिए बेहद शुभ साबित हो सकता है।