Dhanteras 2025: पांच दिनों तक चलने वाले दिवाली के पर्व का पहला त्योहार धन तेरस होता है। इसे धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन धन और वैभव की देवी मां लक्षमी की और कुबेर की पूजा की जाती है। धन तेरस के पर्व को धन, वैभव, संपन्नता और समृद्धि प्राप्त करने के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार लोग इस दिन सोना-चांदी के आभूषण, प्रॉपर्टी या गाड़ी जैसी सम्पन्नता से जुड़ी चीजों को खरीना शुभ मानते हैं। इस दिन शुभ मुहूर्त में इन चीजों की खरीदारी करने से सुख-समृद्धि बढ़ती है। इस साल धनतेरस पर ब्रह्म योग और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का अद्भुत संयोग बन रहा है। धनतेरस के दिन प्रात:काल में ब्रह्म योग होगा, जो देर रात 1.48 बजे तक रहेगा। वहीं, पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र सुबह से लेकर दोपहर 3.41 बजे तक है, उसके बाद से उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र है।