Jitiya Vrat 2025: इसे जिवितपुत्रिका और जिउतिया व्रत के नाम से भी जाना जाता है। ये व्रत महिलाएं अपनी संतान की अच्छी सेहत और सुख-समृद्धि के लिए करती हैं। साथ ही, इसे संतान प्राप्ति की कामना से किया जाने वाला व्रत भी कहते हैं। ये व्रत हिंदू धर्म के प्रमुख उपवास में से एक है और इसे विभिन्न कठिन व्रतों में से भी एक माना जाता है। इसे आश्विन मास की कृष्ण पक्ष में किया जाता है और इसकी शुरुआत सप्तमी तिथि को नहाय खाय के साथ होती है। मुख्य व्रत आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को किया जाता है।