Kartik Amavasya 2025: कार्तिक मास की अमावस्या तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन दीपावली का त्योहार मनाया जाता है, इसके अलावा स्नान-दान आदि अनुष्ठान के लिए बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। पंचांग के अनुसार इस साल कार्तिक अमावस्या मंगलवार, 21 अक्टूबर को पड़ रही है। अमावस्या के दिन लोग श्राद्ध कर्म के माध्यम से अपने पूर्वजों का सम्मान करते हैं, कालसर्प दोष के निवारण हेतु उपाय करते हैं और भगवान के आशीर्वाद और शांति प्राप्त करने के लिए आध्यात्मिक साधना करते हैं। सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है, जबकि शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को शनि अमावस्या कहा जाता है।
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक अमावस्या आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। माना जाता है कि इस दिन पितृ शांति के लिए दान-पूजा करने से समृद्धि आती है, बाधाएं दूर होती हैं और आध्यात्मिक कल्याण में वृद्धि होती है। कार्तिक अमावस्या पूर्वजों का सम्मान करने का अवसर है। कार्तिक अमावस्या भक्ति, उपवास और आध्यात्मिक चिंतन के लिए एक आदर्श दिन है। आइए जानें इस साल ये तिथि कब और कैसे होगी
हिंदू धर्म में कार्तिक मास को बहुत शुभ माना गया है। इस साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर 2025, सोमवार को दोपहर 03:44 बजे से शुरू होकर 21 अक्टूबर 2025 को शाम के समय 05:54 बजे तक रहेगी। वहीं, आज अभिजित मुहूर्त सुबह 11:43 बजे से लेकर दोपहर 12:28 बजे तक रहेगा।
कार्तिक अमावस्या में क्या करें