Navratri Special: मां दुर्गा की उपासना का पर्व नवरात्र शुरू हो चुका है। भक्ती और आस्था से ये पर्व हिंदू धर्म को मानने वालों के लिए बहुत महत्व रखता है। भक्तों का विश्वास है कि नवरात्र के दिनों में मां दुर्गा अपने भक्तों की तकलीफें दूर करने के लिए उनके बीच आती हैं। इसलिए भक्त मां आदिशक्ति का आशीर्वाद पाने और उन्हें प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह से उनकी पूजा करते हैं। उनके लिए भोग और चढ़ावा चढ़ाते हैं। नवरात्र के नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूरी आस्था और उत्साह के साथ पूजा की जाती है, लेकिन महाअष्टमी की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन मां की पूजा की थाली में कुछ चीजें जरूर रखनी चाहिए।
महाअष्टमी की पूजा में मां की उपासना के लिए जो थाली तैयार की जाती है, उसमें थोड़ा ध्यान देने से आपकी सोई किस्मत जाग सकती है। ज्योतिषाचार्य पंडित शत्रुघ्न झा ने लोकल 18 को बताया कि मां दुर्गा की पूजा के लिए थाली में अक्षत (चावल), रोली, हल्दी, कुमकुम और अबीर-गुलाल रखना चाहिए। इसके साथ ही थाली में फूल, लौंग, इलायची, सुपारी, पान के पत्ते और नैवेद्य जरूर रखना चाहिए। पंडित झा के मुताबिक एक दीया और घी का पात्र थाली में होना जरूरी है क्योंकि दीपक जलाकर ही पूजा शुरू होती है। थाली को लाल या पीले कपड़े से सजाना शुभ माना जाता है। इसे साफ और सुगंधित रखना चाहिए।
पूजा की थाली का विशेष महत्व
पूजा की थाली में मौजूद हर सामग्री का अपना आध्यात्मिक महत्व है। अक्षत अखंडता और समर्पण का प्रतीक होता है, जबकि रोली और कुमकुम मंगल के सूचक हैं। पंडित झा के अनुसार, दीपक ऊर्जा और प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। नारियल को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है और फल, मिठाई भोग के रूप में देवी को अर्पित किए जाते हैं। अगरबत्ती और धूप से वातावरण शुद्ध होता है और साधक के मन में एकाग्रता आती है। पूजा की थाली को साफ मन से और पूरी आस्था के साथ तैयार करने पर मां दुर्गा जल्दी प्रसन्न होती हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।
इन चीजों के बिना अधूरी है मां की पूजा