Raksha Bandhan 2025: हिंदू धर्म में रक्षाबंधन का त्योहार खास माना जाता है। रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के रिश्ते को सम्मान और प्यार प्रतीक होता है। इस दिन बहन अपने भाई के हाथ में राखी बांधकर उसकी खुशहाली और लंबी उम्र की दुआ करती हैं। वहीं भाई अपनी बहन की हमेशा रक्षा करने का वादा करता है। रक्षा बंधन हर साल श्रावण महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
इस बार रक्षाबंधन का त्योहार 9 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:48 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा। इसके बाद भद्रा काल शुरू हो जाएगा, इसलिए दोपहर 1:24 बजे के बाद राखी बांधने से बचना चाहिए।
भद्रा काल में कोई भी शुभ कार्य करने से मना किया जाता है। खासकर भद्रा काल में राखी बांधने अशुभ माना जाता है। लेकिन इस साल भद्रा काल दोपहर के बाद लग रहा है। इस बार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:48 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा। इसके बाद भद्रा काल शुरु हो जाएगा। भाई-बहन शुभ मुहूर्त में राखी का त्योहार मना सकते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, राखी बांधने का सबसे अच्छा समय दोपहर के बाद का होता है जिसको अपराह्न काल भी कहा जाता है। अगर आपको इसमें समय न मिले, तो शाम का प्रदोष काल भी राखी बांधने के लिए शुभ माना जाता है।
भद्रा काल में नहीं बांधते राखी
भद्रा काल को शुभ कामों के लिए अशुभ माना जाता है, इसलिए इस दौरान राखी बांधने से परहेज करना चाहिए। यह समय आमतौर पर पूर्णिमा तिथि की शुरुआत में आता है, यानी सुबह के समय। खासकर उत्तर भारत में भद्रा के समय राखी बांधना उचित नहीं माना जाता, इसलिए लोग शुभ मुहूर्त का इंतजार करते हैं। रक्षा बंधन 2025 सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि ये भाई-बहन के रिश्ते की गहराई और श्रद्धा का प्रतीक है। जब राखी शुभ समय पर बांधी जाती है, तो यह पर्व और भी पावन माना जाता है।