Sawan 2025: सावन सोमवार व्रत में कौन-से फल, अनाज और नमक खा सकते हैं? जानिए पूरी लिस्ट
Sawan 2025: सावन में व्रत रखने वाले लोग सात्विक और हल्का भोजन करते हैं ताकि शरीर के साथ-साथ मन भी शुद्ध रहे। इस दौरान खास खाद्य नियमों का पालन किया जाता है। कुछ चीजें वर्जित मानी जाती हैं जो संयम की भावना को कमजोर करती हैं। चलिए जानते हैं, सावन व्रत में किन चीजों से परहेज करना चाहिए
Sawan 2025: व्रत का मकसद केवल खाने-पीने की सीमाएं नहीं, बल्कि आत्म-नियंत्रण और ध्यान की अवस्था को प्राप्त करना होता है।
सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति, आत्मिक अनुशासन और संयम का प्रतीक माना जाता है। यह मास हर साल जुलाई-अगस्त के बीच आता है और पूरे भारत में भक्तगण श्रद्धा के साथ इसे मनाते हैं। खासकर सोमवार के दिन—जिसे 'सावन सोमवार' कहा जाता है—शिवभक्त उपवास रखते हैं और मंदिरों में जल अर्पित कर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं। इस महीने व्रत रखने वाले लोग सात्विक आहार लेते हैं, जिसमें अनाज, प्याज, लहसुन और मांसाहार जैसे भारी तत्वों से परहेज किया जाता है।
व्रत का उद्देश्य केवल शरीर को हल्का और स्वस्थ रखना नहीं होता, बल्कि ये आत्मा की शुद्धि, मन की स्थिरता और ईश्वर के प्रति समर्पण का अभ्यास भी है। संयमित खानपान, भक्ति गीत, जाप और ध्यान इस पवित्र महीने की विशेषताएं हैं, जो भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा और मानसिक शांति प्रदान करती हैं।
क्या खाएं और क्यों?
व्रत के दौरान खाने-पीने की चीजों का चयन बहुत सोच-समझकर किया जाता है। इसका मकसद होता है शरीर को हल्का और मन को स्थिर बनाना। इस दौरान सात्विक आहार लिया जाता है जो मानसिक शांति और आत्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है।
कौन-कौन से अनाज और आटा खा सकते हैं?
सामान्य अनाज जैसे गेहूं और चावल की जगह उपवास के अनाज (व्रत के अनाज) खाए जाते हैं:
सिंघाड़े का आटा: इससे पूरी, हलवा और पराठे बनाए जाते हैं। ये पाचन में हल्का और पौष्टिक होता है।
कुट्टू का आटा: प्रोटीन और फाइबर से भरपूर, इससे पूरी, पकौड़ी और कढ़ी भी बनाई जाती है।
राजगिरा का आटा: लड्डू, हलवा और चक्की के रूप में सेवन होता है।
सामा के चावल: उपमा, खिचड़ी, पुलाव और खीर के लिए सर्वोत्तम विकल्प।
साबूदाना: खिचड़ी, वड़ा और खीर के रूप में खूब खाया जाता है।
मखाना: भूने हुए, खीर या सब्जी में मिलाकर खाया जाता है।
फल और सूखे मेवे
सभी ताजे फल इस समय सबसे उपयुक्त होते हैं। केले, सेब, पपीता, मौसमी, अनार, चीकू जैसे फल न केवल ऊर्जा देते हैं बल्कि पाचन को भी दुरुस्त रखते हैं। बादाम, अखरोट, किशमिश, खजूर और काजू जैसे मेवे दिनभर ऊर्जा बनाए रखते हैं।
व्रत के लिए उपयुक्त सब्जियां
कुछ सब्जियां जैसे आलू, शकरकंदी, लौकी, कद्दू, टमाटर, खीरा, अरबी और कच्चा केला व्रत के दौरान खाई जाती हैं। इन्हें हल्के मसालों और सेंधा नमक के साथ पकाया जाता है।
दूध और दुग्ध उत्पाद
दूध, दही, मट्ठा, घी और पनीर व्रत के दौरान पूरी तरह मान्य हैं। ये शरीर को आवश्यक प्रोटीन और कैल्शियम प्रदान करते हैं। दही से रायता, मट्ठा से पाचन और घी से बनी मिठाइयां भी ली जाती हैं।
कौन-कौन सी चीजें वर्जित होती हैं?
सावन व्रत में कुछ चीजें सख्ती से वर्जित होती हैं:
गेहूं, चावल, दालें, बेसन, मैदा आदि सामान्य अनाज
प्याज, लहसुन, हींग
समुद्री नमक (केवल सेंधा नमक ही मान्य है)
मांस, मछली, अंडा और शराब
प्रसंस्कृत (प्रोसेस्ड) और डिब्बाबंद खाना जिसमें छिपे हुए मसाले या नमक हों
खास सावधानियां और हेल्दी टिप्स
पानी भरपूर पिएं – उपवास के दौरान शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है।
भोजन की प्लानिंग करें – एक दिन पहले सामग्री भिगोकर या काटकर रखें।
गहराई से चेक करें – बाजार से खरीदी चीज़ों की सामग्री पर नजर डालें कि कहीं वर्जित पदार्थ तो नहीं।
उबालना, भूनना या भाप में पकाना बेहतर – ज्यादा तला-भुना भोजन न लें।
आध्यात्मिक ध्यान भी जरूरी
व्रत का मकसद केवल खाने-पीने की सीमाएं नहीं, बल्कि आत्म-नियंत्रण और ध्यान की अवस्था को प्राप्त करना होता है। मंत्र जाप, शिव चालीसा का पाठ, मंदिर दर्शन, ध्यान और सेवा जैसे कार्यों से इसका फल और बढ़ जाता है।
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